विधानसभा सत्र के पहले दिन सात दिसंबर को कांग्रेस गैरसैण में सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि पहले यह कार्यक्रम 29 नवंबर को था। लेकिन सत्र का कार्यक्रम बदलने पर कांग्रेस ने भी कार्यक्रम बदल दिया है। सोमवार को राजीव भवन में मीडिया कर्मियों से बातचीत में गोदियाल ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार पौने पांच साल में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई।
और अब जाते जाते यूपी के साथ पंरिसंपत्ति बंटवारे में उत्तराखंड के हितों को यूपी के पास गिरवी रख दिया। परिसंपत्ति बंटवारे पर कांग्रेस वर्तमान सरकार और सीएम के फार्मूल को खारिज करती है। यदि इन्हें लागू किया गया तो सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाएगी। आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए गोदियाल ने कहा कि दिल्ली के सीएम उत्तराखंड में राजनीतिक आधार तलाश रहे हैं। यह हर राजनीतिक दल का अधिकार है।
लेकिन सच भी बोलना चाहिए। केजरीवाल अब तक पूर्व सीएम हरीश रावत की ही नकल कर रहे हैं। बुजुर्ग को तीर्थ यात्रा की योजना रावत सरकार में शुरू की गई थी। रोजगार मिलने तक रोजगार भत्ता की योजना भी कांग्रेस सरकार ने ही लागू की थी। देखने की बात तो यह है कि केजरीवाल अपने दिल्ली राज्य के कितने लोगों को तीर्थ यात्रा करवाते हैं।
हरीश रावत पर टिप्पणी पर बिफरे गोदियाल
परिसंपत्तियों के बंटवारे पर उठाए गए सवालों पर सीएम पुष्कर सिंह धामी की पूर्व सीएम हरीश रावत पर टिप्पणी पर भी गोदियाल ने कड़ा विरोध जताया। सीएम ने कहा था कि रावत को उनकी पार्टी ही नेता नहीं मानती। यदि कांग्रेस पूछेगी तो वो जवाब देंगे। गोदियाल ने कहा कि हरीश रावत कांग्रेस के सर्वमान्य नेता है। उन्होंने राज्यहित में अहम सवाल उठाए हैं। चूंकि सरकार उत्तराखंड हितों को यूपी को बेच चुकी है, इसलिए सरकार को जवाब नहीं सूझ रहा है।