केन्द्रीय मंत्री मण्डल में बड़े फेरबदल की तैयारी; उत्तराखंड की भी है मजबूत दावेदारी

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  • कल होगा केन्द्रीय मंत्री मंडल का ‘रिस्फलिंग’ 
  • रिस्फलिंग में मंत्रिमंडल के कम से कम 15 से 20 मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी

उत्तराखंड को भी सम्मानजनक स्थान मिलने की उम्मीद

नईदिल्ली(एजेंसीज): केन्द्रीय मंत्रिमंडल में व्यापक फेरबदल की तैयारी चल रही है. कल रविवार को सुबह 11 बजे मंत्रिमंडल का विस्तार होना लगभग तय माना जा रहा है. कयास लगाया जा रहा है कि इस रिस्फलिंग में वर्तमान मंत्रिमंडल के कम से कम 15 से 20 मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है. इस बार उत्तराखंड को भी मोदी मंत्री मंडल में सम्मानजनक स्थान मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. उत्तराखंड से श्री भगत सिंग कोश्यारी सांसद नैनीताल तथा श्री रमेश पोखरियाल निशंक सांसद हरिद्वार को मंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है.   

पार्टी आलाकमान नहीं था परफार्मैंस सेखुश 

गत शुक्रवार को 2 केंद्रीय मंत्रियों बंडारू दत्तात्रेय व संजीव बालियान ने को इस्तीफा दे दिया. आज शनिवार को भी कई और केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफा देने की संभावना है. अब तक राजीव प्रताप रूडी, उमा भारती, फग्गन सिंह कुलस्ते एवं एक दिन पहले यू.पी. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए डा. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है. सूत्रों के मुताबिक जिन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है उनमें से अधिकतर की परफार्मैंस से पार्टी आलाकमान खुश नहीं था जिसके चलते उन्हें पार्टी की ओर से कैबिनेट विस्तार से पहले ही इस्तीफे के लिए कह दिया गया. कुछ मंत्रियों ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.

मंत्रिमंडल का यह विस्तार

मोदी मंत्रिमंडल की यह रिस्फलिंग कुछ लोगो को अचम्भित भी कर सकती है. सूत्रों के अनुसार सरकार की  कुछ मंत्रालयों को मर्ज करने की भी योजना है. जैसे रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय को समाप्त कर इसमें से रसायन को स्वास्थ्य मंत्रालय और उर्वरक विभाग को कृषि मंत्रालय से जोड़ा जा सकता है. उड़ती खबरों में मोदी सरकार के इस सख्त रवैये और आप्रेशन सर्जरी के चलते कुछ मंत्रियों में रोष भी है लेकिन खुलकर कोई विरोध नहीं कर पा रहा है. इस दबाव से मंत्रियों में हड़कंप मचा है . सभी सहमे हुए हैं. रविवार तक कौन-कौन से बाहर हो जाएगा इसे लेकर सब संशय में हैं.

नए चेहरे को मिलेगी तरजीह 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में नए चेहरों को प्राथमिकता दे सकते हैं जिससे अतिरिक्त कामकाज देख रहे मंत्रियों पर बोझ कम हो। मंत्रिमंडल में फेरबदल एवं विस्तार के पहले केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी के बीच गहन विचार मंत्रणा भी हुई।

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