- आरएसएस ने यह भी स्पष्ट किया कि वह भाजपा को नियंत्रित नहीं करता है
- और न ही भाजपा आरएसएस को नियंत्रित करती है
- ट्रोलिंग की विचारधारा का समर्थन नहीं करते हैं
- जो आक्रामक व्यवहार का प्रदर्शन करते हैं उनका भी समर्थन नहीं करते हैं
नई दिल्ली (एएनआई): राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने इंडिया फाउंडेशन के सातवें ब्रेकफास्ट ब्रीफींग सत्र में विदेशी राजनयिकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे ट्रोलिंग की विचारधारा का समर्थन नहीं करते हैं। साथ ही जो आक्रामक व्यवहार का प्रदर्शन करते हैं वे उनका भी समर्थन नहीं करते हैं। भागवत ने राजनयिक और आरएसएस के बीच पहली तरह के कार्यक्रम में ये बातें कही । उन्होंने कहा, “बिना किसी भेदभाव के राष्ट्र और दुनिया की एकता ही हमारा लक्ष्य है।”
भागवत ने कहा, हाल के दिनों में साइबर-क्राइम की घटनाएं देखने सुनने को मिली है, जो मुख्य रूप से किशोरों और छोटे बच्चों से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, ट्रोलिंग भी एक बड़ी घटना बन गई है जो राजनीति में काफी फैल चुकी है। आरएसएस ने यह भी स्पष्ट किया कि वह भाजपा को नियंत्रित नहीं करता है न ही भाजपा आरएसएस को नियंत्रित करती है। जैसा संघ पर अक्सर आरोप लगाया जाता रहा है।
उन्होंने कहा, स्वयंसेवकों के रूप में हम परामर्श का आदान-प्रदान करते हैं, लेकिन कार्य स्वतंत्र रुप से करते हैं।”
आरएसएस को अक्सर भाजपा के राजनीतिक विचार के रूप में जाना जाता है।