भारत म्यांमार सीमा पर सेना की विद्रोहियों के खिलाफ कार्यवाही; कैम्प तवाह, नागा उग्रवादी हुए ढेर

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इस हमले में कई नागा उग्रवादी ढेर हो गए हैं और उनके कई कैंपों को तबाह कर दिया गया है। आज (बुधवार) तड़के करीब पौने पांच बजे नगा उग्रवादियों के कैम्प पर यह कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि म्यांमार सीमा पर लांग्खू गांव में उग्रवादियों के कैंम्प पर हमला किया गया है, जिसमें नगा उग्रवादियों को काफी नुकसान हुआ है। भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांड की ओर से जानकारी दी गई है कि सेना को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

नई दिल्ली (एएनआई): भारतीय सेना कश्मीर में नहीं पुर्बोत्तर भारत के विद्रोहियों से दो-दो हाथ कर रही है। सेना को आज नगा विद्रोहियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली। भारत म्यांमार सीमा पर सेना की इस कार्रवाई में विद्रोहियों के कैंम्प ध्वस्त किये गए तथा अनेक उग्रवादी मारे गए हैं। भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांडर ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि इंडो-म्यांमार सीमा पर सेना ने बड़ी कार्रवाई की है और नागा उग्रवादियों को निशाना बनाया है।

इस हमले में कई नागा उग्रवादी ढेर हो गए हैं और उनके कई कैंपों को तबाह कर दिया गया है। आज (बुधवार) तड़के करीब पौने पांच बजे नगा उग्रवादियों के कैम्प पर यह कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि म्यांमार सीमा पर लांग्खू गांव में उग्रवादियों के कैंम्प पर हमला किया गया है, जिसमें नगा उग्रवादियों को काफी नुकसान हुआ है। भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांड की ओर से जानकारी दी गई है कि सेना को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है पर यह जरूर कहा कि भारत-म्यांमार सीमा पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। एनएससीएन (के) के कई उग्रवादी इस कार्रवाई में मारे गए हैं। उग्रवादी संगठन के कई कैंम्प तबाह कर दिए गए हैं।

स्मरण रहे कि भारतीय सेना ने जून 2015 में भी म्यांमार सीमा के दो किलोमीटर अंदर घुसकर उग्रवादियों के दो कैंप पुरी तरह तबाह कर दिए थे। सेना की इस कार्रवाई में करीब 100 उग्रवादी मारे गए थे। इस अभियान में उग्रवादियों के दो कैंप पूरी तरह से बरबाद कर दिए गए थे। इस कार्रवाई में सेना ने MI-17 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया। इससे पहले 2003 में भी सेना ने ऐसा ऑपरेशन भूटान सीमा में घुसकर उल्फा के खिलाफ किया था।

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