यमन में आतंकवादी संगठन आईएसआईएस द्वारा बंधक बनाए गए केरल के ईसाई धर्मगुरु फादर टॉम उझुन्नलिल ने दिल्ली पहुंचकर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। फादर टॉम को यमन में मार्च 2016 में आईएसआईएस के आतंकियों ने अपहरण कर लिया था।
नई दिल्ली (एजेंसीज) : ऐसे खुशनसीब लोग बहुत कम होते हैं, जो आईएसआईएस जैसे खतरनाक संगठन के चंगुल से मुक्त होकर ज़िंदा वापस लौटते हैं. ऐसे लोगों में केरल के ईसाई धर्मगुरु फादर टॉम उजुन्नलिल का नाम शामिल किया जा सकता है, जो सकुशल वापस लौटे. उल्लेखनीय है कि केरल के एक ईसाई धर्मगुरु फादर टॉम उजुन्नलिल को अदन में कुख्यात अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने 18 महीने पहले बंधक बना लिया था. उन्हें मुक्त कराने में सूडान और ओमान के शासकों और वेटिकन ने भी मदद की थी. फादर टॉम आज दिल्ली पहुंचे, जहां केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस ने उनका स्वागत कर ख़ुशी ज़ाहिर की
फादर टॉम ने दिल्ली पहुंचने पर ईश्वर का शुक्रिया अदा किया। फादर टॉम ने कहा मैं बहुत खुश हूं, मैं ईश्वर का शुक्रिया अदा करता हूं जिसकी वजह से मैं आज आजाद हूं। साथ ही उन्होंने कहा हम प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का इस महान प्रयास के लिए उनका धन्यवाद करते हैं। सभी लोग जिन्होंने मुझे बचाने का प्रयास किया उनका शुक्रिया अदा करता हूं।
12 सितम्बर को आईएसआईएस के चंगुल से छूटे थे
बता दें कि फादर टॉम उझुन्नलिल 12 सितम्बर को आईएस के चंगुल से छुड़वाया गया था। इससे पहले आईएसआईएस के आतंकियों ने 4 मार्च 2016 को फादर टॉम का अपहरण कर लिया था। आतंकी संगठन द्वारा यमन में स्थित मदर टेरेसा के मिशनरीज आफ चैरिटीश् द्वारा संचालित देखभाल केन्द्र पर हमले में वृद्धाश्रम के कम से 16 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें 4 नन भी थी।