नई दिल्ली/देहरादून। कांग्रेस द्वारा आज बनारस सीट से अजय राय को अपना प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद मोदी के खिलाफ प्रियंका के चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर विराम लग गया है।
काशी से प्रिंयका गांधी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चर्चाओें को उस समय बल मिला था जब उनकी गंगा यात्रा के दौरान पत्रकारों ,द्वारा उनसे चुनाव लड़ने के सवाल पर पूछा गया था। प्रियंका गांधी ने उस समय मजाकिया अंदाज में कह दिया था कि बनारस से लड़ जाऊं क्या? प्रियंका के इस बयान के बाद पत्रकारों को जब भी मौका मिला तो वह उनके सामने यह सवाल उछालते रहे। प्रियंका गांधी भी इस सवाल का जवाब राजनीतिक अंदाज में देती रही। कभी वह कहती कि मै तो चुनाव लड़ने को तैयार हूं लेकिन फैसला तो राहुल गांधी और पार्टी को ही करना है। कभी वह यह कहती दिखी कि पार्टी जहां से भी कहेगी वह चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही पार्टी के कार्यकर्ता भी उन्हे काशी से चुनाव लड़ाने की मांग उठाते रहे लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी को ही लेना था। कांग्रेस ने आज 2014 में यहां मोदी के खिलाफ चुनाव हार चुके अजय राय को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया। जिसके बाद प्रियंका के मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग चुका है।
प्रियंका जिन्हांने अभी सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया है तथा कांग्रेस के स्टार प्रचारक के रूप में पार्टी उनका इस्तेमाल कर रही है वह नही ंचाहती कि मोदी के खिलाफ प्रियंका को चुनाव लड़ाकर उन्हे बलि का बकरा बनाया जाये। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि कांग्रेस द्वारा एक गुप्त सर्वे भी कराया गया जिसमें मोदी की जीत सुनिश्चित बताई गयी है। यही कारण है कि कांग्रेस ने प्रियंका को मोदी के खिलाफ चुनाव में उतारने से कदम पीछे खींच लिये है। कुछ राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि कांग्रेस का यह निर्णय दूरदर्शिता भरा है। कांग्रेस ने प्रियंका को मोदी के खिलाफ चुनाव में उतारने का जो शगुफा छोड़ा था वह सिर्फ भाजपा को कुछ समय तक इसमें उलझाये रखने के लिए ही छोड़ा था। मोदी को अब बनारस से कोई बड़ी चुनौती मिलने वाली नहीं है। अजय राय जिन्होने पिछले चुनाव में 95 हजार मत हासिल किये थे और वह तीसरे स्थान पर रहे थे इस बार भी कोई कमाल नहीं कर सकेंगे। 2014 में केजरीवाल दूसरे नम्बर पर रहे थे इस बार आप यहां चुनाव मैदान में नहीं है जबकि गठबन्धन ने शालिनी यादव को चुनाव मैदान में उतारा है।