बेंगलुरू। बेंगलुरू में एक यात्री की गलती की वजह से पायलट को विमान रनवे पर ही रोकना पड़ गया। सुबक के करीब 8 बजे बेंगलुरू के केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गो-एयर की फ्लाइट 171 यात्रियों को बेंगलुरू से लखनऊ ले जा रही थी। तभी एक युवक ने आपातकालीन द्वार खोल दिया। बेहतरी ये हुई कि विमान तब तक रनवे पर ही दौड़ रहा था, अगर उड़ान भर चुका होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
पेशे से कारपेंटर का काम करने वाला 24 साल का सुनील कुमार पहली बार हवाई सफर कर रहा था। वो आपातकालीन द्वार के पास बैठा हुआ था। जैसे ही फ्लाइट ने रनवे पर दौड़ना शुरू किया सुनील से गलती से आपातकालीन द्वार खोल दिया। पायलट ने तुरंत फ्लाइट संचालन रोक दिया जिसकी वजह से बड़ा हादसा होने से टल गया।
सुनील कुमार को फ्लाइट से उतारकर एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने सुनील के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया। बाकी यात्रियों को दूसरी फ्लाइट के जरिए सुबह सवा दस बजे के करीब रवाना किया गया। इस पूरी घटना की वजह से बेंगलुरू-लखनऊ फ्लाइट में दो घंटे की देरी हो गई।
गो-एयर के प्रवक्ता ने बताया कि सुनील को इमरजेंसी प्रक्रिया के बारे में हिंदी में दो बार बताया गया था। उन्होंने कहा, ‘ब्रीफिंग के बावजूद सुनील ने फ्लाइट के पुशबैक करते ही आपातकालीन द्वार खोल दिया। प्रवक्ता का कहना था कि हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में अनाउंसमेंट होता है, सुनील दोनों ही भाषाएं जानते हैं, ऐसे में न समझने वाली कोई समस्या ही नहीं थी।