अमेठी। अमेठी में भाजपा सांसद स्मृति ईरानी के करीबी और बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र प्रताप सिंह हत्याकांड में नामजद आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो अभी भी फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी नसीम (झोलाछाप डॉक्टर), धर्मनाथ गुप्ता (पूर्व प्रत्याशी ग्राम प्रधान बरौलिया) और रामचंद्र (वर्तमान में बीडीसी) हैं। वारदात में आरोपी वसीम और गोलू की गिरफ्तारी के लिए 10 लोगों को हिरासत में लेकर दबिश दी जा रही है।
गौरतलब है कि सुरेंद्र प्रताप सिंह की शनिवार रात पांच बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सूचना मिलते ही रविवार को स्मृति बरौलिया पहुंचीं, परिवार को सांत्वना दी और सुरेंद्र की अर्थी को कंधा दिया। सुरेंद्र के बड़े भाई ने पांच आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है।
सुरेंद्र के बेटे अभय और पत्नी रुक्मणी सिंह का आरोप है कि हत्या के पीछे सियासी रंजिश है। अभय ने बताया कि स्मृति की जीत के बाद क्षेत्र में विजय यात्रा निकाली गई थी। लगता है कि कांग्रेस समर्थकों ने इसी कारण हत्या को अंजाम दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी ओम प्रकाश सिंह को वारदात का खुलासा करने के निर्देश दिए थे।
सुरेंद्र बरौलिया गांव के बाहर कमालपुर में रहते थे। शनिवार रात वह एक शादी समारोह में गए थे। रात करीब 11 बजे लौटे और बरामदे में सोए हुए थे। इसी बीच दो बाइक से पहुंचे पांच बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोलियों की तड़तडाहट सुनकर परिवार के लोग बाहर निकले तो सुरेंद्र खून से लथपथ मिले। परिजन उन्हें पहले पीएचसी जायस फिर जिला अस्पताल रायबरेली ले गए। वहां से उन्हें ट्रॉमा सेंटर लखनऊ ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सिर में लगी गोली को बताया गया है।