दिल्ली। पुलवामा की घटना के बाद से सैन्य ठिकानों, पैरामिलिट्री फोर्स और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों पर आतंकी हमलों का लगातार अलर्ट मिल रहा है। जम्मू-कश्मीर में पहले सीआरपीएफ को हवाई यात्रा की सुविधा दी गई थी, अब खुफिया अलर्ट के मद्देनजर सभी पैरामिलिट्री फोर्स, आईबी और एनडीआरएफ के जवानों को अगले एक साल तक हवाई मार्ग से आवागमन करना होगा। उत्तर-पूर्व और जम्मू-कश्मीर के लिए एक जून से नियमित हवाई सेवा शुरू कर दी गई है।
बता दें कि इस साल पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले की एक बस पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भी सुरक्षा बलों पर छोटे-बड़े हमले होते रहे। जांच एजेंसियों को कई ऐसी सूचनाएं हाथ लगी, जिनमें आतंकियों द्वारा सैन्य परिसरों और उनके काफिले को निशाना बनाना शामिल था।
इसके अलावा जवानों के राशन में आतंकियों द्वारा जहरीला पदार्थ मिलाने का अलर्ट भी सामने आया। जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ जवानों के लिए सड़क मार्ग से आना जाना बंद कर दिया गया। छोटे अंतराल पर उनके लिए हवाई मार्ग से जाने के आदेश जारी कर दिए गए।
कश्मीर में तैनात सुरक्षा बलों के अफसर बताते हैं कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद लगातार आतंकी हमलों के अलर्ट मिल रहे हैं। अब यह फैसला लिया गया है कि सभी पैरामिलिट्री फोर्स और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के जवान खासतौर पर जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व के राज्यों में आने-जाने के लिए हवाई मार्ग का इस्तेमाल करेंगे। इसमें इंटेलीजेंस ब्यूरो(आईबी) और एनडीआरएफ भी शामिल हैं।
इन हवाई मार्गों से करनी होगी आवाजाही
पहली जून से कोलकाता-अगरतला-कोलकाता हवाई सेवा शुरू की गई है। यह सेवा सप्ताह में पांच दिन सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार और रविवार को संचालित होगी। कोलकाता-इम्फाल-कोलकाता सेवा सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शनिवार को चलेगी। दिल्ली-लेह-दिल्ली सेवा सप्ताह में दो दिन यानी सोमवार और बुधवार को जाएगी। दिल्ली-डिब्रूगढ़-गोवाहाटी-दिल्ली सेवा भी सप्ताह में सोमवार और बुधवार को रवाना होगी। दिल्ली-श्रीनगर-दिल्ली हवाई सेवा सप्ताह के सातों दिन जारी रहेगी। शुक्रवार को एयर इंडिया से जवानों की आवाजाही सुनिश्चित होगी।
श्रीनगर-जम्मू-श्रीनगर की हवाई सेवा भी एयर इंडिया को सौंपी गई है। यह सेवा सप्ताह में चार दिन चलेगी। कोलकाता-आईजोल-सिलचर सेवा सप्ताह में एक दिन ही चलेगी। अभी इसका दिन तय नहीं किया गया है। यह सेवा भी एयर इंडिया संचालित करेगा। पैरामिलिटरी फोर्स, आईबी और एनडीआरएफ का कोटा तय कर दिया गया है। सभी सुरक्षा बलों और एजेंसियों से कहा गया है कि वे अपने कोटे की सीटों का 100 फीसदी इस्तेमाल सुनिश्चित करें। ये आदेश ऊपर से लेकर नीचे तक के सभी कर्मियों और अफसरों पर लागू होगा।