देहरादून। संवाददाता। बेकरी प्रोडक्ट और स्नैक्स की डिमांड पूरे साल रहती है. तो आज हम जानते है, केक, ब्रेड, और चिप्स बनाने की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बारे में. इस बिजनेस को शुरू करने के लिए सरकार की खास मुद्रा स्कीम के तहत आपको लोन भी आसानी से मिल जाएगा. इस बिजनेस के लिए वर्किंग कैपिटल करीब 1.86 लाख रुपये लगेगा. इसमें रॉ-मटेरियल जैसे आटा, मैदा, आलू, दूध, घी, शक्कर, यीस्ट, नमक, फ्लेवर पाउडर और एडिबल कलर. ये सभी प्रोडक्ट बाजार में आसानी से मिल जाते है।
खुद से लगाएं 90 हजार रुपये
वर्किंग कैपिटल में काम करने वालों की सैलरी, पैंकिंग, टेलिफोन, किराया जैसे सभी खर्च शामिल है. इसके बाद लगेगा फिक्स्ड कैपिटल जो लगभग 3.5 लाख रुपये होगा इसमें मशीनरी और इक्यूपमेंट का खर्च शामिल है. यानी कुल मिलाकर खर्च करीब 5.36 लाख रुपये हुए। इस कारोबार के लिए आपको कम से कम 90 हजार रुपये अपनी जेब से लगाने होंगे बैंक से 2.97 लाख रुपये का टर्म लोन और 1.49 लाख रुपये वर्किंग कैपिटल लोन जुटा सकते है।
ऐसे होगी कमाई
अगर आप हर महिने 1.86 लाख रुपये वर्किंग कैपिटल के साथ मैन्युफैक्चरिगं शुरू करें तो साल भर में कुल 20.38 लाख रुपये की सेल होगी. वहीं, इतना प्रोडक्ट तैयार करने में सालाना प्रोडक्शन कास्ट 14.26 लाख रुपये तक होगी. टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल लोन का सालाना ब्याजरू करीब 50 हजार रुपये तक चुकाना होगा. इनकम टैक्स करीब 13 हजार रुपये, छोटे मोटे अन्य खचर्रू 70 हजार रुपये. सालाना नेट प्रॉफिट 4.60 लाख रुपये यानी हर महीने करीब 38 हजार रुपये. सालाना 78 फीसदी रिटर्न से 1.5 साल में आपका पूरा इन्वेस्टमेंट निकल आएगा।