कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सियासी संघर्ष के बीच खूनी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को बशीरहाट हिंसा में चार लोगों की हत्या के बाद रविवार और सोमवार को भाजपा और आरएसएस के दो कार्यकर्ताओं के शव पेड़ से लटके मिले थे। वहीं, सोमवार की ही रात उत्तर 24 परगना के कांकीनारा इलाके में हुए बम धमाके से लोग दहशत में हैं। इस बम धमाके में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग घायल हो गए। मरने वाला टीएमसी का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। बंगाल में शनिवार से लेकर सोमवार रात तक महज 72 घंटों में आठ लोगों की हत्या हुई है।
पुलिस मामले की छानबीन में लगी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सोमवार रात अज्ञात बदमाशों ने देसी बम धमाके किए, जिसमें जानमाल का नुकसान हुआ। बम धमाके के बाद से लोग दहशत में हैं। इलाके में कुछ घरों में लूट की भी खबरें सामने आ रही हैं। लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
मालूम हो कि सोमवार को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता के शव पेड़ से लटके मिले थे। भाजपा कार्यकर्ता समातुल दोलुई के शव को हावड़ा के सरपोता गांव के लोगों ने खेतों में पेड़ से लटका हुआ पाया। भाजपा नेताओं और दोलुई के परिवार ने तृणमूल कांग्रेस(टीएमसी) के लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। इससे एक दिन पहले आरएसएस के वरिष्ठ नेता स्वदेश मन्ना भी अत्चाता गांव में पेड़ से लटके हुए मिले थे। मन्ना पिछले कुछ दिनों से जय श्री राम की रैलियां निकाल रहे थे। भाजपा का आरोप है कि जय श्री राम के नारे लगाने पर भी यहां हत्या कर दी जा रही है।