कोयंबटूर। सिलसिलेवार आठ बम धमाके करके श्रीलंका को दहलाने के बाद आतंकी संगठन आईएस की नजर भारत पर है। तमिलनाडु के कोयंबटूर से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को आईएस के तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले 12 जून को चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। यह शहर में और उसके आस-पास मंदिरों तथा गिरजाघरों पर आतंकवादी हमले करने की योजना बना रहे थे। बुधवार को गिरफ्तार किए गए आतंकी भी इसी साजिश का हिस्सा थे।
आरोपियों शाहजहां, मोहम्मद हुसैन और शेख सफीउल्लाह के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, उन्होंने मंदिरों, गिरजाघरों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर आत्मघाती हमले करने की साजिश रची थी। सूचनाओं के आधार पुलिस ने तीनों पर निगरानी रखी थी और दावा किया कि वे इस्लामिक स्टेट (आईएस) के वीडियो देखते हुए पाए गए। तीनों को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत गिरफ्तार किया गया।
ये गिरफ्तारियां तब हुई हैं जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शहर में सात स्थानों पर छापे मारे और आईएस के तमिलनाडु मॉड्यूल के कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद अजरुदीन को गिरफ्तार किया। वह श्रीलंका में आत्मघाती धमाकों के मास्टरमाइंड जहरान हाशिम का फेसबुक पर मित्र था। एनआईए ने आज भी आईएस मॉड्यूल के संबंध में कोयंबटूर के शांति नगर में छापेमारी की।
खुफिया अधिकारी ने पत्र लिखकर दी चेतावनी
एनआईए ने श्रीलंका से मिले इनपुट के बाद 12 जून को कोयंबटूर में सात जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान एनआईए ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसमें श्रीलंका धमाकों का मुखिया जहरान हाशिम का फेसबुक दोस्त भी शामिल था। खुफिया विभान ने केरल पुलिस प्रशासन को पत्र लिखकर चेतावनी दी है। सूत्रों के अनुसार पत्र में लिखा है कि सीरिया और ईराक में आईएस में काफी नुकसान हुआ है। इसी वजह से वह अब हिंद महासागर क्षेत्र की तरफ बढ़ रहा है।
पत्र में कहा गया है कि आईएस अपने समर्थकों से अपने-अपने देश में सक्रिय रहने और मंसूबों को अंजाम देने के लिए कहा है। कोच्चि और कोयंबटूर के अहम इलाके आईएस के निशाने पर हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो केरल के कम से कम 100 लोग पिछले कुछ सालों में आईएस में शामिल हो चुके हैं। पुलिस राज्यभर के 3,000 से ज्यादा संदिग्धों पर नजर बनाए हुए है। ज्यादातक संदिग्ध उत्तरी इलाके से हैं।