महाराष्ट्र। महाराष्ट्र में लगातार हो रही बारिश के चलते रत्नागिरी में तिवारे बांध टूट गया है। इससे बांध के नीचे बसे सात गांवों में बाढ़ आ गई है। जानकारी के मुताबिक बांध की चपेट में आने से गांवों के करीब 19 लोग लापता हो गए हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन ने छह शव बरामद किए हैं।
एनडीआरएफ की टीम राहत व बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंच चुकी है। बांध से सटे करीब 12 घरों के बह जाने की भी सूचना है। पुलिस, प्रशासन और स्वयंसेवी मौके पर मौजूद हैं। इन्हीं घरों में रहने वाले लोगों के गायब होने की संभावना है। घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीम को भी भेज दिया गया है।
एएनआई के मुताबिक बारिश के कारण बांध का जलस्तर बढ़ गया था। बता दें कि रविवार से ही महाराष्ट्र में भारी बरसात हो रही है। राहत के कार्य में लगी एजेंसियों का कहना है कि बांध के पानी में बहे लोगों के निचले इलाकों में मिलने की संभावना है। लेकिन उन्हें अभी तक कितना नुकसान पहुंचा है, इस बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है।
महाराष्ट्र के अलावा अन्य इलाकों में भी रविवार से ही भारी बारिश हो रही है। बीते दिनों से लगातार हो रही बारिश से राज्य में अब तक करीब 41 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 75 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मुंबई, ठाणे और पुणे में दीवार गिरने से मरने वालों की संख्या भी इसमें शामिल है। सावधानी बरतते हुए मंगलवार को मुंबई में राज्य सरकार ने छुट्टी की घोषणा कर दी थी।
रत्नागिरी के अडिश्नल एसपी विशाल गायकवाड़ का कहना है कि एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिसकर्मियों ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। स्थिति अब नियंत्रण में है, पुलिस ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही है। एक अन्य पुलिसकर्मी का कहना है कि पानी के अधिक बहाव और अंधेरे के कारण बचाव अभियान में थोड़ी दिक्कत आई थी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि बांध की मरम्मत को लेकर सरकार ने उनकी दलीलों को नजरअंदाज किया था।
उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि उन्होंने प्रशासन को लिखित शिकायत की थी कि बांध की दीवारों में दरारा आ रही हैं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि तिवारे बांध के आसपास के ग्रामीणों ने बांध में दरार की शिकायत की थी।