मेरठ। झारखंड में हुई भीड़ हिंसा के विरोध में शुक्रवार को भारत बंद की अफवाह के चलते प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। किसी संगठन की ओर से बंद की पुष्टि न होने के बावजूद खुफिया इनपुट के आधार पर एहतियातन गुरुवार रात 11 बजे से 18 घंटे तक के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। मौसम अनुकूल होने के बावजूद कक्षा आठ तक के स्कूलों में एक दिन का अवकाश और बढ़ा दिया गया है।
सुरक्षा की दृष्टि से शहर को चार जोन और 11 सेक्टर में बांटकर सभी संवेदनशील स्थानों पर पीएसी लगा दी गई है। घंटाघर और हापुड़ अड्डा चौराहे पर आरएएफ की भी तैनाती रहेगी। उधर, शहर काजी जैनुस साजिद्दीन ने अपील की है कि अमन-चैन के लिए आगे आकर पुलिस-प्रशासन का हर मुसलमान सहयोग करें। 30 जून को युवा सेवा समिति के अध्यक्ष बदर अली ने जुलूस निकाला था। जिसके बाद शहर में बवाल हुआ था। माहौल को भांप न पाने की वजह से तत्कालीन एसएसपी नितिन तिवारी पर भी शासन की गाज गिरी थी।
प्रशासन को खुफिया इनपुट मिला है कि युवा सेवा समिति शुक्रवार को भी नमाज के बाद शहर का माहौल बिगाड़ सकती है। समिति की ओर से पांच जुलाई को भारत बंद को लेकर मैसेज के साथ भड़काऊ ऑडियो और वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं। यह भी इनपुट था कि बदर अली शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भीड़ के बीच पुलिस ऑफिस पहुंचकर गिरफ्तारी देगा। हालांकि उसने गुरुवार को ही एसओ सदर के जरिये गिरफ्तारी करा ली।
इसके बाद भी बदर की ओर से जारी भड़काऊ वीडियो और ऑडियो में जुमे की नमाज के बाद पुलिस-प्रशासन का जगह-जगह पुतला फूंकने का एलान किया गया। शहर काजी जैनुस साजिद्दीन ने कहा कि शुक्रवार को बंद का किसी भी जमात या उलमा ने आह्वान नहीं किया है। यह सिर्फ अमन बिगाड़ने के लिए अफवाह है। सभी मुसलमानों को शहर के अमन चैन के लिए आगे आकर पुलिस-प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। कोई ऐसा काम न करें, जिससे कि शहर का माहौल खराब हो।
वहीं पूर्व सांसद हाजी शाहिद अखलाक ने कहा कि शहर के माहौल को बेवजह बिगाड़ा जा रहा है। हम भी भीड़ की हिंसा का विरोध करते हैं, पर विरोध कानून के दायरे में होना चाहिए। कोई काम ऐसा न करें, जिससे आपसी भाईचारा खराब हो।
इनामी बवाली बदर अली को पुलिस ने सेटिंग से किया गिरफ्तार
पांच हजार के इनामी बवाली बदर अली को पुलिस ने सेटिंग से गिरफ्तार कर लिया। बदर ने खुद पुलिस से संपर्क किया और गिरफ्तारी से पहले खुद पुलिस के पास जाने की बात कहते हुए भड़काऊ बयान की वीडियो भी वायरल की। उसे स्पेशल सीजेएम कोर्ट ने जेल भेज दिया। भीड़ हिंसा के विरोध में 30 जून को युवा सेवा समिति द्वारा फैज-ए-आम में बिना अनुमति सभा और फिर शहर में जुलूस निकालकर बवाल काटा गया था। बदर अली इसका मुख्य आरोपी है। लेकिन देहली गेट पुलिस फैज-ए-आम में रहते हुए भी बदर को पकड़ नहीं पा रही थी। इस बीच बुधवार को नए एसएसपी ने जब उस पर चौतरफा शिकंजा कसा तो बदर ने खुद ही गुरुवार को गिरफ्तारी देने का निर्णय लिया। जिसके बाद पुलिस से संपर्क साधा। एसओ सदर विजय गुप्ता ने उसे शॉप्रिक्स मॉल से गिरफ्तार कर देहली गेट पुलिस को सौंप दिया। बदर को एसओ सदर की निजी लग्जरी गाड़ी से कचहरी ले जाया गया।