मेरठ। मेरठ विकास प्राधिकरण में अनुरक्षण (मेंटीनेंस) के नाम पर लिए जा रहे शुल्क में करोड़ों का खेल किए जाने का मामला सामने आया है गंगानगर योजना की रक्षापुरम कॉलोनी में रहने वाले लोगों से लिए गए मेंटीनेंस चार्ज का रिकॉर्ड प्राधिकरण में नहीं मिला है। ऐसे में लोगों को दोबारा से अनुरक्षण शुल्क देने के निर्देश दिए गए हैं। यहां रहने वाले लोगों ने मामले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से की है।
वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए एमडीए वीसी राजेश पांडेय ने जांच बैठा दी है। शुरुआती जांच में मेट डालचंद को निलंबित कर उसके खिलाफ एफआईआर कराई गई है। मामले की जांच अधीक्षण अभियंता पीपी सिंह को सौंपी गई है।
बता दें कि 16 साल से रक्षापुरम में रह रहे लोगों से अनुरक्षण शुल्क लिया जा रहा है। कॉलोनी में प्रतिवर्ष कैंप लगाकर शुल्क वसूला जाता था। कर्मचारी निवासियों से शुल्क लेकर बैंक रसीद लाकर दे देता था। लेकिन इन रसीद का डाटा एमडीए के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है। यह पता चलने पर निवासियों के पैर तले जमीन खिसक गई। रक्षापुरम कॉलोनी में 500 से अधिक मकान है। यहां के सभी निवासियों के साथ धोखाधड़ी हुई है।