बंगलूरू। कर्नाटक की गठबंधन सरकार पर छाए संकट के बादल जल्द ही छंटते हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं। सभी को चैंकाते हुए मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सदन में विश्वास मत साबित करने का फैसला लिया है। बंगलूरू में शुक्रवार को विधान सौधा में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सदन में बहुत परीक्षण करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इससे बागी विधायकों के इस्तीफे के बाद पैदा हुई असमंजस की स्थिति पर विराम लग जाएगा। कुमारस्वामी की बात का सिद्धारमैया ने समर्थन किया। उन्होंने कहा कि बहुमत परीक्षण कराने का फैसला गठबंधन के दोनों साझेदारों ने मिलकर लिया है। बिना नंबरों के कोई विश्वास मत नहीं जीत सकता। हमारे पास नंबर हैं।
-डीके शिवकुमार ने कहा, ‘हमें एक साथ रहना और मरना चाहिए क्योंकि हमने पार्टी के लिए 40 साल काम किया है। हर परिवार में उतार-चढ़ाव आते हैं। हमें सबकुछ भूल जाना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। मैं खुश हूं कि एमटीबी नागराज (बागी विधायक) ने आश्वासन दिया है कि वह हमारे साथ रहेंगे।’
-कांग्रेस के बागी विधायक एमटीबी नागराज ने कहा, ‘स्थिति ऐसी है कि हमने अपना इस्तीफा सौंप दिया लेकिन अब डीके शिवकुमार और अन्य ने आकर हमसे इस्तीफे वापस लेने का अनुरोध किया है। मैं के सुधाकर राव से बात करुंगा और फिर हम देखेंगे कि आगे क्या करना है। आखिर मैंने कांग्रेस में दशकों बिताए हैं।’
-बागी विधायकों का विश्वास दोबारा हासिल करने के लिए कांग्रेस लगातार कोशिश कर रही है। डीके शिवकुमार आज सुबह पांच बजे आवास मंत्री एमटीबी नागराज के घर पहुंचे और वहां लगभग साढ़े चार घंटे बातचीत की। इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री जी परमेश्वर भी वहां पहुंचे और उन्हें मनाने की कोशिश की। इसी तरह रामलिंगा रेड्डी, मुनिरत्ना और रोशन बेग को भी मनाने की कोशिश की गई।
-कर्नाटक के कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायक मुंबई हवाई अड्डे से शिरडी के लिए रवाना हो गए हैं।
-कांग्रेस ने कल अपने विधायकों को बेंगलूरू के ताज यशवंतपुर भेज दिया।
-कर्नाटक के चार विधायक- बीसी पाटिल, शिवराम हेब्बर, बिराथी बसवराज और एसटी सोमशेखर दर्शन करने के लिए मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे। सभी गुरुवार देर रात मुंबई वापस पहुंचे।