बंगलूरू। कर्नाटक की जारी राजनीतिक संकट के आज बादल छंटने की उम्मीद है। कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) की गठबंधन सरकार की आज सदन में अग्निपरीक्षा है। सरकार बचेगी या गिरेगी इसका फैसला आज हो जाएगा क्योंकि राज्यपाल ने सरकार के लिए डेढ़ बजे बहुमत साबित करने की डेडलाइन घोषित की है। गुरुवार को सदन में विश्वास मत पर चर्चा हुई। जिसके बाद रात को हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। भाजपा विधायकों ने विश्वास मत में हो रही देरी के विरोध में धरना दिया। उन्होंने विधान सौधा के अंदर खाना खाया और वहीं जमीन पर सो गए। 16 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार अल्पमत में आ चुकी है। भाजपा का दावा है कि सरकार के पास बहुमत नहीं है। उम्मीद है कि आज पूरे देश को इसका परिणाम देखने को मिल जाएगा।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने भाजपा के उन विधायकों से मुलाकात की जिन्होंने रातभर विधान सौधा में धरना दिया।
कर्नाटक के भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने सदन शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों की बैठक बुलाई है।
कर्नाटक कांग्रेस के सांसद नासिर हुसैन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी उच्चतम न्यायालय जाएगी क्योंकि राज्यपाल स्पीकर के मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकते, उन्हें ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। राज्यपाल मनमाने ढंग से हस्तक्षेप कर रहे हैं और एक पार्टी के एजेंट के तौर पर काम करने की कोशिश कर रहे हैं।’
मुंबई पुलिस के साथ कर्नाटक पुलिस सेंट जॉर्ज अस्पताल पहुंची। यहां कर्नाटक कांग्रेस के विधायक श्रीमंत पाटिल भर्ती हैं।