सोनभद्र। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में 17 जुलाई को जमीनी विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाराणसी पहुंचीं। तय समय के मुताबिक प्रियंका गांधी को शुक्रवार सवेरे साढ़े 9 बजे वाराणसी लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचना था लेकिन वह 45 मिनट देरी से पहुंची थीं।
प्रियंका गांधी सोनभद्र जाने से पहले करीब 11 बजे बीएचयू के ट्रामा सेंटर अस्पताल जाकर, यहां सोनभद्र हत्याकांड में गंभीर रूप से घायल लोगों और उनके परिजनों से मिलीं। जिनका यहां इलाज चल रहा है। उनके परिजनों से मिलने के बाद वह सोनभद्र निकलेंगी। एयरपोर्ट पर कांग्रेस नेता अजय राय समेत कई कार्यकर्ता प्रियंका गांधी का स्वागत करने पहुंचे थे।
वाराणासी एयरपोर्ट पर पत्रकारों ने जब प्रियंका गांधी से यूपी में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल पूछे, तो उन्होंने कहा कि मैं अभी घायलों और मृतकों के परिजनों से मिलने जा रही हूं, अभी इस बारे में कोई बात नहीं करूंगी।
गौरतलब हो प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीते बुधवार मामले को लेकर राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं, लेकिन पूरा सरकारी अमला सो रहा है।
इस दौरान उन्होंने सरकार से सवाल किया था कि क्या उत्तर प्रदेश ऐसे अपराधमुक्त बनेगा? प्रियंका ने ट्वीट कर कहा था भाजपा-राज में अपराधियों के हौंसले इतने बढ़ गए हैं कि दिन-दहाड़े हत्याओं का दौर जारी है। सोनभद्र के उम्भा गांव में भू माफियाओं द्वारा 3 महिलाओं सहित 9 गोंड आदिवासियों की सरेआम हत्या ने दिल दहला दिया। प्रशासन-प्रदेश मुखिया-मंत्री सब सो रहे हैं। क्या ऐसे बनेगा अपराध मुक्त प्रदेश?
मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान गिरफ्तार;
एडीजी जोन बृज भूषण के मुताबिक उभ्भा गांव में बुधवार को 10 लोगों की हत्या के मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर, उसके भाई धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने यज्ञदत्त समेत 28 नामजद व 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है। अब तक 27 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पकड़े गए लोगों में एक कोमल स्टेशन अधीक्षक बताया गया है। प्रधान के दो भतीजों समेत 12 बुधवार को पकड़े गए थे।
यज्ञदत्त को गांव के पास से गिरफ्तार किया गया। पांच बंदूकें व छह ट्रैक्टर भी बरामद हुए हैं। इस बीच, पोस्टमार्टम के बाद बृहस्पतिवार शाम पौने पांच बजे सभी 10 शवों को उभ्भा लाया गया। मगदहां के पास नदी किनारे शव दफनाए गए। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस व पीएसी तैनात की गई है।
ये है मामला :
मूर्तिया ग्राम पंचायत में आदर्श कोऑपरेटिव सोसाइटी उभ्भा के नाम पर करीब 600 बीघा जमीन है। इस सोसायटी का रजिस्ट्रेशन 1978 में ही समाप्त हो चुका था। इस जमीन के खेल में एक आईएएस अधिकारी का भी नाम आ रहा है। गोंड़ बिरादरी के संतोष, रामसकल, इंद्रदेव, मान सिंह, जालिम, पन्नालाल इत्यादि ने बताया कि उनकी बिरादरी के लोग कई दशक से इस जमीन पर जोताई-बुआई कर रहे हैं। इन लोगों ने बताया कि पटना का कोई धीरज नाम का आदमी इस जमीन का ताल्लुकेदार बनकर प्रति बीघे के हिसाब से रुपये वसूलता था।
पिछले साल ग्राम प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर ने करीब 112 बीघा जमीन किसी तरीके से अपने और परिजनों के नाम पर रजिस्ट्री करा ली थी। इसके बाद बुधवार को यज्ञदत्त गुर्जर और उनके पक्ष के 200 लोग जमीन जोतने के लिए पहुंचे। दूसरे पक्ष के लोगों ने इसका विरोध किया। तभी प्रधान के साथ आए लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। जिससे सात लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।
जांच के बाद ही कुछ कहेंगे ; एडीजी
घोरावल के उभ्भा गांव में हुए नरसंहार के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रिपोर्ट तलब करने के बाद से अधिकारी बिंदुवार मामले की जांच करते दिखे। एडीजी बृजभूषण ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जमीन का क्या विवाद था और कितने हेक्टेयर जमीन का मामला है। विवाद के जड़ में क्या है, इन सभी पहलुओं पर जांच कर रिपोर्ट भेजी जा रही है। इस प्रकरण में सेवानिवृत्त आईएएस का नाम आने के मामले में पूछे जाने पर कहा कि अभी वह वह मामले की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कह पाएंगे।