खास बातें
-राज्यपाल के आदेश के बाद भी विधानसभा में बहुमत साबित करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।
-सीएम कुमारस्वामी ने कहा- कोई जल्दी नहीं, सोमवार-मंगलवार तक हो सकती है इस पर बहस।
-दोनों पक्ष (भाजपा-कांग्रेस) फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच सकते हैं।
-सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस्तीफे की बजाय बर्खास्तगी चाहते हैं कुमारस्वामी।
स्पीकर बोले- मैं आग पर बैठा हूं
बंगलूरू। विधान सौधा में कुमारस्वामी ने भाजपा को ललकारते हुए कहा कि आप जितनी कोशिश कर रहे हैं। उससे मैं देखना चाहता हूं कि आप कितने दिन सत्ता में रहते हैं। स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा कि मैं यहां आग पर बैठा हूं। मेरे घर पर कोई सुरक्षा नहीं है। मेरे बारे में लोग गलत बोल रहे हैं। मेरे घर पर कोई सुरक्षा नहीं है। सम्मान के साथ जो लोग रह रहे हैं उन्हें मारा जा रहा है। ईमानदार लोग कहां जाएं?
भाजपा ने नहीं किया मेरा अपहरण
स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि कांग्रेस सांसद श्रीमंत पाटिल ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा है, ‘मैं अपने निजी काम से चेन्नई गया था और मुझे सीने में दर्द हुआ। मैंने अस्पताल में दिखाया और डॉक्टर की सलाह के बाद मुंबई आया हूं। जहां मैं भर्ती हूं। इसी कारण मैं सत्र में शामिल नहीं हो सकता। भाजपा ने मेरा अपहरण नहीं किया है।’
विधायकों को मिल रहा पैसों को ऑफर
जेडीएस विधायक श्रीनिवास गौड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेता योगेश्वर उनके पास पांच करोड़ रुपये का ऑफर लेकर आए थे। मगर उन्होंने पैसा लेने से मना कर दिया। गौड़ा ने कहा कि भाजपा नेता ने उनसे वादा किया था कि यदि मैं उनके साथ जाउंगा तो वह मुझे 30 करोड़ रुपये देंगे। कुमारस्वामी ने कहा कि मेरे विधायकों को 40-50 करोड़ रुपये का ऑफर मिल रहा है।
राज्यपाल वजुभाई वाला की स्पीकर केआर रमेश कुमार को विश्वास मत कराने की समयसीमा खत्म हो गई है। इसपर स्पीकर ने कहा, ‘जब तक चर्चा पूरी नहीं हो जाती, तब तक आप विश्वास मत के लिए वोट नहीं दे सकते।’
विधानसभा में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आप रेवन्ना (राज्य मंत्री और मुख्यमंत्री के भाई) पर नींबू ले जाने के लिए आरोप लगाते हैं। आप (भाजपा) हिंदू संस्कृति पर विश्वास करते हैं लेकिन उनपर आरोप लगाते हैं। वह अपने साथ नींबू लेकर मंदिर जाते हैं। आप लोग उनपर काला जादू करने का आरोप लगाते हैं। क्या काले जादू से सरकार को बचाना संभव है? मैंने आप सभी के जिलों को फंड दिया है। लेकिन आप (भाजपा) कहते हैं कि मैं केवल दो-तीन जिलों का मुख्यमंत्री हूं। इसलिए मैं कह रहा हूं कि कोई जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए, हम इस पर चर्चा करेंगे। आप लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं।‘
कर्नाटक के स्पीकर रमेश कुमार ने कहा, ‘राज्यपाल के आदेश का पालन करना है या नहीं इसका निर्णय मुख्यमंत्री लेंगे क्योंकि उन्हें पत्र भेजा गया था। इसलिए वहीं इसपर फैसला करेंगे।’ इसके बाद स्पीकर ने विधानसभा को दोपहर तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।