लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हर विधानसभा क्षेत्र के एक प्रमुख धार्मिक या पर्यटन स्थल का विकास एवं जीर्णोद्धार कराया जाएगा। पर्यटन विभाग को प्रदेश के सांसद और विधायकों ने अब तक एक हजार करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्ताव दिए हैं, जबकि विभाग के पास बजट सिर्फ 50 करोड़ रुपये है।
इसीलिए विधानसभा क्षेत्रवार संख्या निर्धारित की गई है। विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रस्तावों पर अब विचार किया जाएगा।
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर विधानसभा क्षेत्र में एक प्रमुख स्थल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के निर्देश दिए थे। सांसदों व विधायकों ने दो हजार से ज्यादा क्षेत्रों के विकास का प्रस्ताव पर्यटन विभाग को दिया है।
कम बजट होने से एक ही प्रस्ताव को मिली मंजूरी
सूत्रों के मुताबिक प्रस्ताव अधिक और बजट कम होने से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक ही काम को मंजूरी देने का निर्णय हुआ है। इस आधार पर विभाग अब प्रस्तावों की छटनी करेगा, इसके बाद सांसद-विधायकों की सहमति लेकर प्रस्ताव स्वीकृत किया जाएगा।
पर्यटन विभाग ने जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों को केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन, प्रसाद सहित अन्य पर्यटन विकास योजनाओं में शामिल करने की योजना बनाई है। ताकि केंद्र सरकार के बजट से वहां विकास कार्य कराए जा सके।