दिल्ली। सरकार ने कार्यस्थल पर शारीरिक उत्पीड़न को लेकर मंत्रियों के समूह का पुनर्गठन किया है। इस समूह में राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और मेनका गांधी को हटाकर नए सदस्यों को शमिल किया गया है। यह समूह इस विषय पर कानून को और मजबूत करने के लिए अपनी राय देगा।
मंत्रियों के जिस समूह का पुनर्गठन किया गया है उसमें अब गृहमंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल श्निशंकश् और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी शामिल हैं। पहले गठित समूह में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी शामिल थीं।
अक्तूबर 2018 में कार्यस्थल पर शारीरिक उत्पीड़न से निपटने और इसे रोकने के लिए कानूनी और संस्थागत ढांचे को मजबूत करने के लिए मंत्रियों के समूह को बनाया गया था।