दिल्ली। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने संसद के बाहर कहा कि धारा 35 ए और 370 को हटाया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘धारा 35ए और 370 को नहीं हटाना चाहिए। यह हमारी नींव बनाता है। इसे हटाने की कोई जरूरत नहीं है। हम हिंदुस्तानी हैं लेकिन यह धारा हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं।’
इससे एक दिन पहले सेंट्रल कश्मीर के गंदरबेल जिले में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने घाटी में भेजे गए 10,000 अतिरिक्त सुरक्षाबलों को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होने कहा था कि राज्य में एक लाख सुरक्षाबलों को भेजकर डर का माहौल बनाया जा रहा है। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा था कि राज्य में तुरंत विधानसभा चुनाव होने चाहिए।
अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य में इस समय शांति का माहौल है। सुरक्षाबलों को यहां भेजने से शक पैदा हो गया है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आवाम के बीच डर क्यों पैदा किया जा रहा है। यदि यह लोग धारा 35ए हटाते हैं तो उन्हें संविधान की हर धारा को हटाना पड़ेगा। उन्हें 1947 के दौर में वापस जाना होगा। राजनीतिक दल राज्य में भय का माहौल पैदा कर रहे हैं।
अब्दुल्ला से पहले पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि धारा 35ए के साथ छेड़छाड़ करना बारूद को हाथ लगाने के बराबर होगा। उन्होंने कहा था कि जो हाथ 35ए के साथ छेड़छाड़ करने के लिए उठेगा वो हाथ ही नहीं वो सारा जिस्म जल के राख हो जाएगा। इससे पहले घाटी में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती को लेकर महबूबा मुफ्ती बयानबाजी कर चुकी हैं। इस संबंध में उन्होंने कहा कि केंद्र ने घाटी में खौफ पैदा करने के लिए यह फैसला लिया है।