देहरादून। संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम से युवाओं में एक नई उर्जा का संचार हो रहा है। इसी कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर मेरठ की एक युवती ने मल्टीनेशनल कम्पनी की जॉब छोड़ी और शुरु कर दिया मधुमक्खी पालन। मेरठ की इस एमबीए बेटी के जुनून को शुरुआत में लोगों ने हंसी में उड़ाया लेकिन आज वही मज़ाक उड़ाने वाले लोग इस बिटिया के साथ मिलकर ’बी कीपिंग’ यानि मधुमक्खी पालन करना चाहते हैं। डबल पोस्ट ग्रेजुएट इस युवती की कहानी करोड़ों युवाओं को प्रेरणा दे रही है।
मल्टीनेशनल में जॉब छोड़कर शुरू किया काम
ये कहानी है मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके के एक गांव की निवासी ज्योति सिंह की. ज्योति डबल पोस्ट ग्रेजुएट हैं और एक मल्टीनेशनल कम्पनी में बतौर ऑपरेशनल मैनेजर जॉब कर रही थीं। अच्छा ख़ासा पैकेज था, लाखों रुपए कमा रही थी, लेकिन जैसे ही उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में मधुमक्खी पालन के बारे में देखा। उन्होंने गूगल पर जाकर सर्च किया. फिर कई विदेशी बी कीपर्स से वीडियो चैट किया. तमाम जानकारी हासिल करने के बाद उन्होंने पंतनगर यूनिवर्सिटी में मधुमक्खी पालन को लेकर ट्रेनिंग ली. पन्द्रह दिन की ट्रेनिंग के बाद ज्योति ने केन्द्र सरकार की मुद्रा योजना से तीन लाख का लोन लिया। इस लोन में भी उन्हें अट्ठासी हज़ार रुपए की छूट मिली।
मुनाफे का व्यापार
शुरुआत में ज्योति ने मधुमक्खी पालन के पचास बॉक्स खरीदे. तीन लाख रुपए का खर्च आया. लेकिन अब सिर्फ मुनाफा ही मुनाफा है. एक बरगद के पेड़ के नीचे ज्योति ने मधुमक्खियों का आशियाना और अपना ऑफिस तैयार कर लिया है। ज्योति कहती हैं कि शुरुआत में उन्हीं के एमबीए दोस्त, समाज के लोग ताना मारते थे, मज़ाक उड़ाते थे लेकिन आज वही लोग न सिर्फ उनकी सराहना करते हैं बल्कि वो खुद भी इस व्यवसाय में उनके साथ जुड़ना चाहते हैं।