बंगलूरू। जनता दल सेक्युलर (जदएस) के वरिष्ठ नेता एचडी देवगौड़ा ने संकेत दिया कि कर्नाटक में उनकी पार्टी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार इसलिए गिरी क्योंकि राष्ट्रीय दल के आलाकमान ने अपनी पार्टी के नेता सिद्धरमैया से विचार-विमर्श किए बिना उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया था। वहीं सिद्धारमैया ने पलटवार करते हुए कहा कि क्या वह उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिन्होंने हमारे खिलाफ वोट किया था?
पूर्व प्रधानमंत्री ने सिद्धारमैया पर निशाना साधते हुए कांग्रेस आलाकमान के फैसले को गलत ठहराया। इससे एक ही दिन पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के कुछ मित्र गठबंधन सरकार को गिराना चाहते थे क्योंकि वे कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देख सकते।
देवगौड़ा ने यहां गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने स्पष्ट रूप से कहा है कि पांच साल मुख्यमंत्री रहे सिद्धरमैया को विश्वास में लिए बिना सोनिया गांधी और राहुल गांधी अचानक सामने आए और कहा कि कुमारस्वामी अगले मुख्यमंत्री है। यह गलत फैसला था।’
पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैंने और देवेगौड़ा ने कई निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार किया था। उन्होंने अपनी और अपने पोतों की हार के लिए मुझे जिम्मेदार ठहराया है तो उन्हें बताना चाहिए कि आखिर हमारे (कांग्रेस) उम्मीदवार क्यों हारे। इसके पीछे क्या कारण थे? क्या वह उन लोगों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करेंगे जिन्होंने हमारे खिलाफ वोट किया था?’
उन्होंने आगे कहा, ‘देवेगौड़ा ने कभी किसी और को बढ़ने नहीं दिया। वे अपनी जाति के लोगों को भी बढ़ने नहीं देते। मेरे सभी जातियों और सभी पार्टियों में दोस्त हैं।’ बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस-जदएस सरकार 22 जुलाई को गिर गई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव विधानसभा में गिर गया था।
यह गठबंधन सरकार 14 महीने तक चली। कांग्रेस और जदएस को खासकर मैसुरू क्षेत्र में चिर प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। 2018 का विधानसभा चुनाव दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ लड़ा था। हालांकि बाद में दोनों ने हाथ मिलाकर गठबंधन सरकार बना ली थी जो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।