लखनऊ। मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय के विस्तारित कार्यकाल का शनिवार को अंतिम दिन है, लेकिन उनके स्थान पर नया मुख्य सचिव कौन होगा, अभी तक यह तय नहीं हो पाया है। नए मुख्य सचिव का नाम शनिवार को भी तय नहीं हो सका तो कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) आरके तिवारी को मुख्य सचिव का प्रभार सौंपा जा सकता है। 1984 बैच के आईएएस अधिकारी अनूप चंद्र पांडेय फरवरी में सेवानिवृत्ति हुए थे, जिसके बाद उन्हें छह माह का सेवा विस्तार दिया गया था।
सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से केंद्र से अब तक मौजूदा मुख्य सचिव के सेवा विस्तार के संबंध कोई पत्र नहीं भेजा गया। इसके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत काडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों में से किसी को प्रदेश की सेवा के लिए समय से पहले वापस करने का आग्रह भी नहीं किया गया है।
ऐसे में मौजूदा मुख्य सचिव के सेवा विस्तार की संभावना कम मानी जा रही है, लेकिन नए मुख्य सचिव पर निर्णय न होने की वजह से यूपी आईएएस एसोसिएशन ने मौजूदा मुख्य सचिव की विदाई का कार्यक्रम अभी तय नहीं किया है।
एसोसिएशन के एक जिम्मेदार पदाधिकारी ने कहा कि अभी सरकार के निर्णय का इंतजार है। सरकार जो चाहे कर सकती है। शनिवार को स्थिति स्पष्ट होने के बाद कार्यक्रम के संबंध में निर्णय होगा।
दुर्गाशंकर व संजय अग्रवाल सबसे आगे
उधर, नए मुख्य सचिव के लिए जिन नामों पर गंभीरता से चर्चा हो रही है उनमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत 1984 बैच के आईएएस अधिकारी दुर्गाशंकर मिश्र और संजय अग्रवाल के अलावा 1986 बैच के आईएएस अधिकारी व नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन आलोक टंडन का नाम सबसे ऊपर है।
नियमित मुख्य सचिव की तैनाती तक 1985 बैच के आईएएस अधिकारी व कृषि उत्पादन आयुक्त आरके तिवारी को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। नियमित मुख्य सचिव के दावेदारों में तिवारी के साथ अपर मुख्य सचिव आलोक सिन्हा व मुकुल सिंघल का नाम भी लिया जा रहा है।