रामपुर। सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का रामपुर दौरा रद्द हो गया है। वह सांसद आजम खां के समर्थन में दो रात रामपुर में गुजाराने वाले थे। लेकिन उनका कार्यक्रम रद्द हो गया।
दौरा रद्द करने के बाद अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि मुझे आज रामपुर जाना था, मेरे कई कार्यक्रम थे। अखिलेश ने कहा कि प्रशासन को सारा कार्यक्रम दे दिया था। किन-किन से मिलना है, सबकुछ बताया गया है। लेकिन डीएम ने मोहर्रम का हवाला दिया और कार्यक्रम की व्यवस्था नहीं कर पाया।
अखिलेश यादव ने कहा कि चूंकि मुहर्रम और ‘गणेश विसर्जन’ है, इसलिए मैं अपने कार्यक्रम में 2 दिन की देरी कर रहा हूं। मैं 13 और 14 सितंबर को रामपुर के अपने अगले कार्यक्रम को जिला प्रशासन को भेजूंगा और अपने आंदोलन का विवरण भी दूंगा।
अखिलेश ने तंज कसा कि ऐसा लग रहा कि हम दंगा कराने जा रहे हैं। अखिलेश यादव ने जिलाधिकारी पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह सरकार को खुश करने में जुटे हैं। डीएम एक्सटेंशन चाहते हैं। वह यूपी में ही पोस्टिंग चाहते हैं।
उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राजनीतिक इतिहास में पहली बार हो रहा है। आजम खां को बेवजह परेशान किया जा रहा है। आजम पर सबसे ज्यादा केस हो रहे हैं। प्रशासन सरकार के दबाव में केस कर रहा है।
अखिलेश ने कहा कि रामपुर में भाजपा-कांग्रेस और प्रशासन एक हैं। भाजपा को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है। भाजपा यूनिवर्सिटी नहीं बनने दे रही। रामपुर को सरकार ने मुद्दा बना रखा है। सरकार नाकामी छिपाना चाहती है।
प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। युवाओं को नौकरी नहीं मिली। किसान, व्यापारी दुखी हैं। व्यापारियों ने खुद माना की गलती हुई। ढाई साल में प्रदेश को कुछ नहीं मिला। यूपी किसी भी आंकड़े में बेहतर नहीं है। बच्चों का खाना छीन लिया गया।
गौरतलब है कि, मुलायम सिंह यादव और अखिलेश के करीबी माने जाने वाले आजम खां पर 80 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। आजम के कई करीबियों पर भी पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए कई सपा कार्यकर्ता रामपुर छोड़ रहे हैं।
आजम खां भी इस लड़ाई में अकेले पड़ते दिखाई दे रहे थे। इसके बाद उनके समर्थन में पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव उतरे। उन्होंने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर कार्यकर्ताओं से आजम के समर्थन में सड़क पर उतरने का आह्वान किया था।