मनी लॉन्ड्रिंग केसः डीके शिवकुमार को तुगलक रोड थाने से प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय ले जाया गया, आज अदालत में पेशी

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-डीके शिवकुमार की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया

-इलाज के बाद उन्हें आधी रात को ही पुलिस थाने ले गई

-ईडी आज उन्हें अदालत में पेश करेगी

दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय की जांच का सामना कर रहे कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार की गुरुवार रात तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यहां पर डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। इलाज के बाद ईडी की टीम उन्हें आधी रात को ही अस्पताल से बाहर लाई और उन्हें दिल्ली के तुगलक रोड थाने में लेकर गई। जहां डी के शिवकुमार को रातभर रखा गया। आज सुबह पुलिस उन्हें तुगलक रोड पुलिस स्टेशन से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय ले गई है।

डीके शिवकुमार को ईडी आज अदालत में पेश करेगी। माना जा रहा है कि ईडी उनकी हिरासत अवधि को बढ़ाने की मांग कर सकती है। बता दें कि डीके शिवकुमार पिछले नौ दिनों से ईडी की हिरासत में हैं।

विशेष न्यायाधीश अजय कुमार कुहार ने ईडी को डीके शिवकुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की इजाजत दे दी थी। अदालत ने कहा था कि डीके शिवकुमार पर लगे आरोप गंभीर किस्म के हैं। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार की बेटी ऐश्वर्या से कर्नाटक के नेता के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले की अपनी जांच के सिलसिले में यहां सात घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की।

अधिकारियों ने बताया कि 22 साल की प्रबंधन स्नातक ऐश्वर्या से पूछताछ की गई और उनका बयान मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत दर्ज किया गया। कांग्रेस नेता की बेटी खान मार्केट स्थित एजेंसी के कार्यालय में सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर पहुंची और शाम सात बजकर 30 मिनट पर चली गई।

अधिकारियों ने बताया कि यह भी समझा जाता है कि ऐश्वर्या को उन दस्तावेजों और 2017 में सिंगापुर की यात्रा के बारे में उनके पिता की ओर से दिए गए बयान से भी आमना-सामना कराया गया है। शिवकुमार और ऐश्वर्या कथित रूप से साथ-साथ सिंगापुर गए थे।

ऐश्वर्या ने एजेंसी को कुछ व्यक्तिगत वित्तीय दस्तावेज भी सौंपे। वह एक शैक्षिक ट्रस्ट में ट्रस्टी भी है, जो उनके पिता ने बनाया था।

अधकारियों ने बताया कि ट्रस्ट कई इंजीनियरिंग और अन्य कॉलेजों का संचालन करता है और ऐश्वर्या उसके पीछे प्रमुख व्यक्ति हैं। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के पास करोड़ों की संपत्ति और बिजनेस है। कर्नाटक के पूर्व मंत्री डी के शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय ने तीन सितंबर को गिरफ्तार किया था और तब से वह हिरासत में हैं।

केंद्रीय एजेंसी ने पिछले साल सितंबर में शिवकुमार के अलावा नई दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन के कर्मचारी हनुमंथैया और अन्य के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया था।

कथित कर चोरी और हवाला सौदों के लिए बंगलूरू की एक अदालत के समक्ष शिवकुमार और अन्य के खिलाफ दायर आयकर विभाग की चार्जशीट के आधार पर आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय की नौ दिन की हिरासत समाप्त होने के बाद शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

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