लखनऊ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर शहर को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त कराने के लिए बुधवार को ‘प्लास्टिक कचरा संग्रह श्रमदान’ कार्यक्रम का सीएम योगी ने शुभारंभ किया। इस दौरान उनके साथ मंत्री बृजेश पाठक, महेंद्र सिंह, आशुतोष टंडन व मेयर संयुक्ता भाटिया भी मौजूद थी।
मुख्यमंत्री ने स्वच्छता अभियान में सिंगल यूज प्लास्टिक को सबसे बड़ी बाधा बताया। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से कैंसर होने का सबसे अधिक खतरा है। वैज्ञानिक शोध में ये प्रमाणित भी हो चुका है कि प्लास्टिक से कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता हैं।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी नागरिकों को प्लास्टिक का प्रयोग न करने की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक जल , वायु, पर्यावरण व पशुधन के जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इसलिए इसके उपयोग न करने के लिये सभी के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया जाना जरूरी है। साथ उन शहरवासियों को अब कूपन मिलेगा जो अपने घर के कचरे का श्रमदान करेंगे। 1090 चौराहा, निगम के सभी जोनल कार्यालयों सहित अन्य प्रमुख चौराहों पर कचरा एकत्र करने के लिए सेंटर बनाए जा रहे हैं। वहां जाकर शहरवासी अपने प्लास्टिक कचरे का श्रमदान कर सकेंगे।