जम्मू। प्राइवेट बस में कठुआ जिले के बिलावर से विस्फोटक मात्र 50 रुपये में जम्मू पहुंच गया। बस के ड्राइवर को बैग रखने के लिए दंपती ने पचास रुपये दिए थे। बैग देने वाले दंपती ने ड्राइवर से डोगरी में बातचीत की। महिला ने कंबल लपेट रखा था और व्यक्ति ने पैजामा कुर्ता पहना हुआ था। महिला ने बस के चालक को पचास रुपये दिए और कहा कि यह बैग रख लो। बाड़ी ब्राह्मणा में उनके बच्चे आएंगे और बैग ले जाएंगे।
ड्राइवर ने बैग कंडक्टर को देने को कहा। कंडक्टर ने बैग को पिछली डिक्की में रख दिया। जब बस बाड़ी ब्राह्मणा में आ रुकी तो वहां बैग लेने के लिए कोई भी नहीं पहुंचा। दस मिनट तक बस रुकने के बाद वहां से चल पड़ी। इससे पहले बस में सांबा से टीए बटालियन के जवान बैठ चुके थे। जो इस बात की निगरानी कर रहे थे कि इस बैग को लेने कौन आता है। लेकिन कोई नहीं आया। एक-एक कर बस के सभी यात्री जम्मू पहुंचने से पहले ही उतर गए।
जब बस शहर के केसी मोड़ के पास पहुंची तो उस वक्त बस में एक ही यात्री था। तब तक बस में सवार जवानों ने पुलिस को भी सूचित कर दिया था। पुलिस और सेना की टीम ने बस से बैग को बरामद किया और चालक एवं सह चालक सहित एक अन्य यात्री को लेकर एसओजी कार्यालय ले जाया गया।
महिला और व्यक्ति का स्केच जारी
पुलिस और सेना की टीम बस के चालक और सह चालक को लेकर ठीक उसी जगह पर पहुंची। जहां से महिला और व्यक्ति ने बस के चालक को बैग दिया था। बस के चालक की मदद से दोनों के स्केच तैयार किए गए। स्केच कठुआ जिले के सभी थानों और पुलिस चौकियों में भेज दिया गया है। सभी पुलिस कर्मियों को अपने-अपने क्षेत्र में दोनों की तलाश करने में लगाया गया है।