रुद्रप्रयाग: केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में चारदीवारी पर सोने की जगह तांबे लगाने के आरोपों को मंदिर समिति ने गंभीरता से लिया है, साथ ही दानी दाता से सभी जरूरी दस्तावेज मांगे गए हैं, इन सभी कागजों की पड़ताल के बाद समिति भ्रामक प्रचार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के मूड में है।
केदारनाथ मंदिर की चार दीवारी पर सोने की परत के बजाय तांबा लगाए जाने के आरोपों को लेकर मंदिर समिति ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। दानी दाता से सोने से संबंधित सभी अन्य दस्तावेज मंगवाए गए हैं, इसके लिए दानीदाता को सूचित कर दिया गया है।
केदारनाथ मंदिर की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने का प्रयास
इन सभी की पड़ताल के बाद मंदिर समिति वीडियो जारी करने व आरोप लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना रही। मंदिर समिति का कहना है कि इस तरह के आरोपों से केदारनाथ मंदिर की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ हरीश गौड़ ने कहा कि इस मामले को लेकर मंदिर समिति की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए मंदिर समिति सभी बिंदुओं पर विचार कर रही है, ताकि भविष्य में इस तरह के दुष्प्रचार न किया जा सके।
वहीं मंदिर समिति स्पष्ट कर चुकी है विगत 16 जून का जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें मंदिर के गर्भ गृह में स्वयंभू शिवलिंग के चारों ओर जलेरी पर लगे स्वर्ण जड़ित पट्टी को मंदिर की सफाई व पूजा के दौरान नुकसान पहुंच रहा था।
इसकी सूचना बद्री केदार मंदिर समिति के कार्याधिकारी ने मुख्य कार्य अधिकारी व मंदिर समिति के अध्यक्ष को दी गई, जिसके बाद इसकी सूचना दानी दाता को दी गई और उनके द्वारा उनके द्वारा केदारनाथ अपनी टीम भेजकर जिस स्थान पर सफाई से सोने को नुकसान पहुंचा था, वहां पर ट्रीटमेंट कर लेमिनेशन किया गया। ताकि भविष्य में सफाई के दौरान होने को नुकसान न पहुंचे।