रुद्रप्रयाग : केदारनाथ यात्रा के द्वितीय चरण में एक सितंबर यानी कल गुरुवार से सभी नौ हेली कंपनियां अपनी सेवाएं शुरू कर देंगी। इसे लेकर 15 सितंबर तक सभी हेली टिकटों की बुकिंग हो चुकी है।
एक सितंबर को शुरू होगी आनलाइन बुकिंग
अब 16 सितंबर से 30 सितंबर तक के लिए एक सितंबर को आनलाइन बुकिंग शुरू होगी। इस यात्रा सीजन में अब तक 93 हजार यात्री हेली सेवा से बाबा केदार के दर्शनों को पहुंच चुके हैं।
फिर जोर पकड़ने लगी केदारनाथ यात्रा
- मौसम के मिजाज में बदलाव के साथ ही केदारनाथ यात्रा फिर जोर पकड़ने लगी है।
- इन दिनों प्रतिदिन चार हजार से अधिक तीर्थ यात्री बाबा के दर्शनों को पहुंच रहे हैं।
- हेली कंपनियां भी एक सिंतबर से अपनी नियमित सेवाएं शुरू कर रही हैं।
- इस साल पहली बार हिमालयन हेली कंपनी ने बरसात के दौरान भी अपनी सेवाएं जारी रखीं।
- अन्य आठ हेली कंपनियों ने अपनी सेवाएं समेट ली थीं।
- अब क्रिस्टल व चिप्सन हेली कंपनी एक सिंतबर से और शेष छह कंपनियां पहले सप्ताह से अपनी सेवाएं शुरू कर देंगी।
हेली टिकटों को लेकर मारामारी शुरू
- हेली सेवा के नोडल अधिकारी सुनील नौटियाल ने बताया कि द्वितीय चरण के लिए भी हेली टिकटों को लेकर मारामारी शुरू हो गई है।
- अब तक 93004 तीर्थ यात्री हेली सेवा से बाबा के दर्शनों को पहुंचे हैं।
- इससे हेली कंपनियों ने लगभग 70 करोड़ का कारोबार किया और यात्रा के शेष दो महीने भी हेली टिकटों की बुकिंग फुल रहने की उम्मीद है।
सड़क सुरक्षा से संबंधित व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के निर्देश
रुद्रप्रयाग डीएम मयूर दीक्षित ने दूसरे चरण की केदारनाथ धाम की यात्रा के दृष्टिगत परिवहन व सड़क सुरक्षा से संबंधित व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पूर्व बैठकों में दिए गए निर्देशों की अनुपालन आख्या व प्रगति की बिन्दुवार समीक्षा की।
डीएम मयूर दीक्षित ने सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों का उलंघन करने पर किए गए चालान व अन्य कार्यवाही के साथ ही विभागीय गतिविधियों की विस्तार पूर्वक जानकारी ली।
सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों के तहत की जा रही कार्यवाही को लेकर परिवहन विभाग सहित सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को निर्देशित करते हुए कहा कि सड़क से संबंधित सभी नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करवाना सुनिश्चित कराया जाए।
उन्होंने अधिकारियों को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों का चिन्हिकरण करते हुए अनिवार्य रूप से साईन बोर्ड, पैराफिट, बैरिकेडिंग आदि लगवाने के निर्देश दिए हैं। बरसात व अन्य कारणों के चलते बंद होने वाले मोटरमार्गों को यथाशीघ्र खुलवाने के लिए निर्माणदायी संस्थाओं को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।