रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग में शुक्रवार को गौरीकुंड डाट पुलिया के पास भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से दो दुकानें व एक खोखा बह गया था। भूस्खलन से मलबे में 20 लोगों के दबे होने की सूचना है। बीते शुक्रवार को लापता लोगों में से तीन शव बरामद कर लिए गए थे। शनिवार सुबह से ही 17 लोगों को खोजने के लिए रेस्क्यू कार्य शुरू कर दिया गया है। अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार अनुसार, स्थानीय प्रशासन की एक टीम के साथ लगभग 100 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के जवान तलाशी अभियान में लगे हुए हैं। ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
रजवार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खोज व बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए घटनास्थल का दौरा करने वाले हैं।
शुक्रवार को गौरीकुंड के पास हुआ था भूस्खलन
शुक्रवार को गौरीकुंड डाट पुलिया के पास भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से दो दुकानें व एक खोखा बहने की सूचना है। इन जगहों पर 20 लोगों के होने की संभावनाएं जताई जा रही, जो लापता हैं। वहीं शुक्रवार को ही तीन लोग के शव बरामद हुए थे।
भूस्खलन में 20 लोग लापता, तीन के शव बरामद
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार अनुसार, भूस्खलन से लापता होने वाले 13 लोगों के अतिरिक्त बीर बहादुर पुत्र हरि बहादुर, सुमित्रा पत्नी बीर बहादुर, निशा पुत्री बीर बहादुर निवासी ग्राम व थाना राया जिला होमला आंचल करनाली, नेपाल जिनका मौके पर ढाबा था। इसके अलावा ढाबों में खाना खाने आए धर्मराज बूढ़ा पुत्र मुन बहादुर निवासी पेरे वार्ड नंबर-2 थाना दिल्ली चौरा जिला जमुला आंचल जिला करनाली नेपाल, चंद्र कामी पुत्र लाल बहादुर एवं सुखराम रावत पुत्र जोरा निवासी चौरा वार्ड नंबर-2 थाना दिल्ली चौरा जिला जमुला आंचल करनाली नेपाल भी घटना के बाद लापता बताए जा रहे हैं।
प्रशासन ने लोगों से की सतर्क रहने की अपील
गौरीकुंड के निकट भूस्खलन की घटना के बाद सीमांत जनपद उत्तरकाशी में जिला प्रशासन और जिला आपदा प्रबंधन ने सभी लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। जिला आपदा प्रबंधन की ओर से अपील जारी की गई है कि भूस्खलन आशंकित क्षेत्र में सुरक्षित यातायात करें वर्षा के दौरान बिल्कुल भी आवाजाही ना करें। उत्तरकाशी जनपद पुलिस ने भी एडवाइजरी जारी की है।
एसपी अर्पण यदुवंशी ने निर्देश दिए कि बरसात/मानसून के दौरान सतर्कता बरतते हुए भूस्खलन/डेंजर प्वाइन्टस पर ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी अनिवार्य रूप से हेलमेट पहने। ऐसे जोन की लगातार निगरानी कर जरुरत पड़ने पर ट्रैफिक को रोकने के निर्देश दिये गये। जिससे बड़ी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।