केदार सभा के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से भेंट करते हुए केदारनाथ में आवास विहीन तीर्थपुरोहितों को आवास दिलाने की मांग की। साथ ही धाम में प्लाजा का विरोध किया। केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी के नेतृत्व में डीएम से मिले प्रतिनिधिमंडल ने वर्ष 2015 से अब तक केदारनाथ में जिन भूमि स्वामियों के साथ अनुबंध किया गया है उनके भवनों को पूरा करने के बाद नए भवन स्वामियों से बातचीत करने को कहा।
कहा कि जिन भवनों को प्रशासन द्वारा पूर्णरूप से अधिग्रहण किया गया है उनके भवन स्वामियों के साथ रोजगार व आजीविका को लेकर वार्ता की जाए। उन्होंने आपदा में केदारनाथ धाम में ध्वस्त हुए प्राचीन लक्ष्मीनारायण मंदिर, अन्न्पूर्णा मंदिर, नव दुर्गा मंदिर, उदक कुंड का पुनर्निर्माण की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने यात्राकाल में पर्याप्त शौचालय बनाने पर जोर दिया।
यात्रा से केदारघाटी के मठ-मंदिरों को जोड़ने की बनाएंगे योजना
लोनिवि, संस्कृति, पर्यटन और पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि केदारघाटी के समग्र विकास के लिए यहां के मठ-मंदिरों को यात्रा से जोड़ने के लिए कार्ययोजना तैयारी की जा रही है। कहा कि सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
काबीना मंत्री बाबा केदार छात्रावास के प्रथम वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि छात्रावास में रहने वाले सभी छात्र प्रतिभावान हैं और उनके अंदर समाज में कुछ करने की ललक है। उन्होंने छात्रों की शिक्षण व्यवस्था के लिए 2 लाख 51 हजार रुपये देने की घोषणा की।
बाबा केदार छात्रावास की स्थापना
विशिष्ठि अतिथि केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने चौमासी-केदारनाथ मोटर मार्ग के निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने छात्रावास के सुधारीकरण के लिए विधायक निधि से 10 लाख देने की घोषणा भी की। समारोह में मुख्य वक्ता पवन कुमार ने कहा कि आपदा में प्रभावित परिवारों के बच्चों के लिए बाबा केदार छात्रावास की स्थापना की गई।
कहा कि छात्रावास में रहने वाले छात्र अलग-अलग शिक्षण संस्थाओं में अध्ययन कर रहे हैं। छात्रावास में फर्नीचर के लिए व्यवसायी कुशाल नेगी ने सहयोग करने की बात कही। इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख श्वेता पांडेय, सुमन जमलोकी, दलवीर सिंह पुजारी, सुरेंद्र दत्त नौटियाल, श्रीनिवास पोस्ती, पीएस पुष्पवाण सहित कई मौजूद थे।