नगर पंचायत अगस्त्यमुनि ने की अजैविक कूडे की बिक्री से 7 लाख 41 रूपए की आय अर्जित

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नगर पंचायत अगस्त्यमुनि ने की अजैविक कूडे की बिक्री से 7 लाख 41 रूपए की आय अर्जित
स्वच्छ भारत मिशन के तहत तीन बार सम्मानित हो चुकी है नगर पंचायत अगस्त्यमुनि
कूड़ा निस्तारण को लेकर नगर पंचायत कर रहा बेहतर कार्य
नगर पंचायत की ओर से नगर को रखा गया है स्वच्छ और सुंदर

कभी कूड़े की गंदगी से दूभर रहने वाला अगस्त्यमुनि शहर आज स्वच्छ और सुंदर नजर आ रहा है। नगर पंचायत के गठन के बाद अगस्त्यमुनि शहर का कायाकल्प हुआ है। जहां एक ओर यहां कूड़े की समस्या से लोगों को निजात मिली है, वहीं इस कूड़े से लाखों की आमदनी नगर पंचायत को प्राप्त हो रही है। कूडा निस्तारण करने में नगर पंचायत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अब तक 185 टन अजैविक कूडे़ को कांपेक्ट किया जा चुका है, जिससे 7 लाख 41 हजार की आय अर्जित हुई है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर पंचायत तीन बार सम्मानित भी हो चुकी है। वर्ष 2012 में अस्तित्व में आई नगर पंचायत अगस्त्यमुनि आज अजैविक कूड़े से लाखों की आमदनी कमा रही है। कभी इस कूड़े से लोगांे को काफी परेशानियों से जूझना पड़ता था और लोग नाक पर रूमाल रखकर आवागमन करते थे, मगर अब नगर पंचायत स्वच्छ और सुंदर नजर आ रही है, जिसका श्रेय नगर पंचायत को जाता है। नगर पंचायत की ओर से कूड़े के निस्तारण को लेकर काफी प्रयास किये जा रहे हैं। शहर को गंदगी से मुक्त किया जा रहा है। नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के अन्तर्गत तालीबगड, सौडी, जवाहरनगर, बनियाडी, विजयनगर, अगस्त्यमुनि, सिल्ली सेरा समेत सात वार्ड अस्तित्व में है। नगर पंचायत को स्वच्छ व सुन्दर बनाने के लिए नगर कार्मिकों के साथ ही पर्यावरण मित्र अपनी अहम भागीदारी निभा रहे हैं। कूडा उठाने के लिए नगर में एक ट्रेक्टर टाली के साथ ही दो कूडा मोबाइल वाहन नियमित अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि पर्यावरण मित्र भी घर-घर से जैविक व अजैविक कूडे को एकत्रित कर रहे हंै। नगर पंचायत अब तक 185 टन अजैविक कूडे की ब्रिकी से 7 लाख 41 हजार रूपए की आय प्राप्त कर चुकी है।
स्थानीय निवासी रमेश बेंजवाल ने बताया कि नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाये रखने के लिए नगर पंचायत अगस्त्यमुनि की ओर से ठोस प्रयास किये जा रहे हैं। नगर को स्वच्छ बनाये रखने में नगरवासी भी काफी सहयोग दे रहे हैं। अजैविक कूड़े से प्राप्त आमदनी से नगर का समुचित विकास हो रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर पंचायत तीन बार सम्मानित भी हो चुकी है।

अगस्त्यमुनी नगर के अधिशासी अधिकारी हरेन्द्र सिंह चैहान ने बताया कि अब तक पंचायत अजैविक कूडे से सात लाख नौ हजार रूपए की आय अर्जित हो चुकी है। जो कूड़ा बेचा नहीं जा सकता, वह कूड़ा सीमेंट प्लांट राजस्थान भेजा गया, जिससे फ्यूल निकाला जाता है और मशीनों में उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही गाजीपुर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में भी भेजा गया। यहां इस कूड़े से एनर्जी बनाई जाती है। ऐसे में जिस कूड़े को बेचा नहीं जा सकता, उसे शहर से हटाया जाता है, जिससे वह अन्य जगह उपयोग में आ सके। इसके अलावा पंचायत की ओर से छह कंपोस्ट पिट का निर्माण भी जैविक कूडा निस्तारण के लिए किया गया है। जहां जैविक कूडे को कंपोस्ट कर उससे खाद तैयार की जा रही है। अब तक नगर पंचायत इस खाद से हजारों की आमदनी प्राप्त कर चुकी है। उन्होंने बताया कि आगे भी अजैविक कूडे की छंटाई कर रिसाइकिलिंग के लिए भेजा जा रहा है।

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