रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है। मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बह गया था। इससे यहां पर कई लोग फंसे थे। आज यहां फंसे यात्रियों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा रहा है।
मदमहेश्वर पैदल मार्ग पर पैदल पुल के अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त होने के कारण फंसे यात्रियों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा रहा है। आज मौसम के साफ होने पर मदमहेश्वर घाटी में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर निकाला जा रहा है। लोगों को सुरक्षित यहां से निकालने के लिए लगातार जवान लगे हुए हैं।
स्थानीय लोगों की मदद से तैयार किया गया अस्थाई हेलीपैड
मदमहेश्वर धाम से तकरीबन 6-7 किलोमीटर नीचे नानू नामक स्थान पर स्थानीय लोगों व महिलाओं की मदद से वैकल्पिक व अस्थाई हेलीपैड तैयार किया गया है। यहाँ तक लोग पैदल पहुंच रहे हैं। इन लोगों को हेलीकॉप्टर द्वारा रांसी गांव तक छोड़ा जा रहा है, जहां से वापसी का सफर सड़क मार्ग से किया जा रहा है।
अब तक 40 लोगों को किया गया रेस्क्यू
बुधवार को अब तक 40 लोगों का हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर लिया गया है। अस्थाई हेलीपैड पर थाना गुप्तकाशी का पुलिस बल मौजूद है। लोगों के लिए जवान देवदूत बनकर आए हैं। अब इन लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है।
पुलिस ने दी जानकारी
रुद्रप्रयाग पुलिस ने ट्वीट करके लिखा कि हेलीकॉप्टर की मदद से मद्महेश्वर घाटी में फंसे लोगों को बचाने का अभियान शुरू हो गया है। नानू में एक अस्थायी और वैकल्पिक हेलीपैड स्थापित किया गया है, जहां लोग पैदल पहुंच रहे हैं। उन्हें रांसी गांव पहुंचाया जा रहा है, जहां से वे पैदल आगे बढ़ रहे हैं।
बह गया था पुल मार्ग
गौरतलब है कि मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के कारण फंसे यात्री एवं स्थानीय लोग फंस गये थे। सूचना के उपरान्त एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें वहां पहुंच गई थी, जिनके द्वारा विगत दिवस 52 लोगों को सुरक्षित निकाला गया था।