मातृशक्ति की इच्छा शक्ति से गांव को राष्ट्रपति पुरस्कार मिला.2005 में गांव में पानी पहुंचाने के लिए पूर्व प्रधान सीता देवी कैन्तुरा मायके वालों से भिड़ी थी पानी नही होने के कारण लुठियाग में बेटी का विवाह करने के लिए बेटी के मां बाप कतराते थे,पानी के लिए कई बार खूनी संघर्ष हुआ,घटखाणी के पानी के लिए लंबी लड़ाई लड़ी,खल्वा के कान रै पर प्रहरी ताल बना.मन की बात में पीएम ने इस ताल का जिक्र किया था.रिलायंस फाउंडेशन के सहयोंजक प्रकाश डंसीला पूर्व जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल के निर्देशन में प्रहरी ताल बना.यह पुरस्कार मुझे नहीं जनता को मिला-कुंवर सिंह कैन्तुरा.देश में लुठियाग को पहला पुरस्कार मिला,राजराजेश्वरी लुठियाग समिति को 2लाख की नगद राशि और प्रस्तति पत्र मिला.मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने गांव वालों को बधाई दी ,मीडिया सोशल मीडिया का लुठियाग वासियों ने आभार जताया,केन्द्र की तीन टीमों ने गांव का सर्वेक्षण किया था.
अनूठी संस्कृति और परंपरा को समेटे हुए हैं रम्माण, आज भी...
चमोली जिले के पर्यटन गांव सलूड़-डुंग्रा में प्रतिवर्ष होने वाला रम्माण आज भी प्राचीन लोक परंपरा को समेटे हुए है। रम्माण उत्सव में रामायण...
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मुर्शिदाबाद पहुंचे राज्यपाल, हिंसा पीड़ितों से मिल रही NCW की टीम;...
मालदा। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर ने पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद शरण ले चुके परिवारों से...