रुद्रप्रयाग (संवाददाता) : केदारनाथ धाम तक अंडरग्राउंड विद्युत लाइन बिछाई जायेगी, जिसके बाद हमेशा धाम में विद्युत रहेगी और बर्फबारी का लाइन पर कोई असर नहीं होगा। केंद्र के सहयोग से स्पेशल प्रोजेक्ट एसीसटेंस रिकस्ट्रक्शन (एसपीएआर) के अंतर्गत सोनप्रयाग से केदारनाथ तक अंडरग्राउंड विद्युत लाइन बिछाने के लिए खुदाई का कार्य शुरू हो गया है। 19200 मीटर लंबी बिजली लाइन को भूमिगत करने का कार्य जम्मू-कश्मीर की पीर पंजाल कस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को मिला है।
कंपनी द्वारा पहले चरण में सोनप्रयाग से मुनकटिया के बीच पिछले एक सप्ताह से खुदाई की जा रही है। अंडरग्राउंड व टावर की मदद से निर्मित होने वाली विद्युत लाइन से केदारनाथ धाम में बारामास नियमित बिजली सप्लाई रहेगी। वहीं, शीतकाल में भारी बर्फबारी व वन्य जीवों से विद्युत लाइन को किसी भी प्रकार के नुकसान का कोई खतरा नहीं होगा। सोनप्रयाग से केदारनाथ तक पैदल मार्ग पर एक मीटर गहरी खुदाई की जाएगी, जिसकी निश्चित चौड़ाई होगी। इस गहराई में डबल सर्किट विद्युत केबिल को बिछाया जाएगा, जिसमें एक निश्चित दूरी पर स्पॉट प्वाइंट बनाए जाएंगे।
ऊर्जा निगम पहले चरण में नार्मल ट्रांसफार्मर और बाद में ड्राई ट्रांसफार्मर से इस लाइन को लिंक किया जाएगा। दूसरी तरफ केंद्र सरकार के इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम (आईपीडीएस) के अंतर्गत केदारनाथ धाम में आगामी समय में 33केवी की नई विद्युत लाइन का निर्माण किया जाएगा। इसके तहत केदारपुरी में नए पोलों के साथ उच्च क्षमता की तारें खिंची जाएंगी। साथ ही अलग-अलग स्थानों पर ट्रांसफार्मर स्थापित किए जाएंगे, जिससे यहां विद्युत व्यवस्था बेहतर बनी रहे। डेढ़ वर्ष में पूरे होने वाले इस कार्य के लिए केंद्र ने 1.30 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।
अर्चित भट्ट, एसडीओ, ऊर्जा निगम ऊखीमठ डिवीजन ने कहा कि सोनप्रयाग से केदारनाथ तक अंडरग्राउंड विद्युत लाइन के निर्माण के लिए कार्यदायी कंपनी ने कार्य शुरू कर दिया है। प्रतिदिन कार्य का निरीक्षण किया जा रहा है। साथ ही कंपनी प्रबंधन से रिपोर्ट मांगी जा रही है।