जंगली मशरूम, पिता पुत्री की मौत, डॉक्टर से छिपाई मशरूम खाने की बात

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प्रतापनगर ब्लॉक के ग्राम पंचायत खोलगढ में जहरीला मशरूम खाने से पिता-पुत्री की मौत हो गई। जिससे पूरे क्षेत्र में मातम छा गया। दोनों ने बीते मंगलवार को जंगली मशरूम खा लिया था। जिससे वह गंभीर रूप से बीमार हो गए थे। उपचार कराने के बाद घर लौटी लड़की की बुधवार को मौत हो गई। जबकि देहरादून अस्पताल में भर्ती उसके पिता ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। गनीमत रही कि परिवार के अन्य सदस्यों ने जहरीले मशरूम की सब्जी नहीं खाई।खोलगढ़ के क्षेत्र पंचायत सदस्य पुरुषोत्तम पंवार ने बताया कि टैक्सी चालक गांव के चमन सिंह (47) पुत्र पूरण सिंह ने प्रतापनगर से अपने घर जाते समय जंगली मशरूम तोड़कर घर ले गया। उसी रात उसने अपनी पुत्री आशा (13) के साथ मशरूम की सब्जी बनाकर खाई। सुबह पिता-पुत्री को उल्टी-दस्त होने लगे। वह उपचार के लिए सीएचसी प्रतापनगर पहुंचे। जहां डाक्टर ने उसे प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया। लेकिन फिर से दोनों की तबीयत बिगड़ने पर दोनों इलाज के लिए ऋषिकेश गए। वहां एक निजी अस्पताल में इलाज के बाद आशा के स्वास्थ्य में सुधार होने पर डाक्टर ने उसे छुट्टी दे दी। जिससे वह घर लौट गई। लेकिन बुधवार को फिर से बालिका की तबियत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई।

क्षेपं सदस्य पुरुषोत्तम, मोर सिंह पंवार और गजेंद्र पंवार ने बताया कि देहरादून में उपचार के दौरान शुक्रवार को चमन सिंह ने भी दम तोड़ दिया। पिता-पुत्री की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर दौड गयी घटना पर प्रतापनगर के पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी, ब्लाक प्रमुख प्रदीप रमोला, उदय रावत, भान सिंह नेगी, युद्धवीर राणा, रोशन रांगड़ ने आदि ने घटना पर दुख जताया है। इस बाबत प्रतापनगर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. कुलभूषण त्यागी ने बताया कि दस्त की शिकायत पर पिता-पुत्री अस्पताल पहुंचे थे। इलाज के बाद स्वस्थ बनाए जाने पर उनको छुट्टी दे दी गई। हालांकि उन्होंने मशरूम खाने से तबीयत खराब होने की बात नहीं बताई।

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