टिहरी। अगर हौसले बुलंद हो और मन में कुछ करने का संकल्प लिया हो और उस संकल्प को पूरा करने के लिए जी जान लगा कर पूरी निष्ठा के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ोगे तो आपको उस लक्ष्य को हासिल करने से कोई ताकत नहीं रोक सकती, और इसी का एक उदाहरण हैं टिहरी जिले के युवा पर्वतारोही रोहित भट्ट।
पर्वतारोही रोहित (22) ने दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा फहराकर नया कीर्तिमान रचा है। नेपाल सरकार की ओर से आगामी मार्च माह में एवरेस्ट चोटी को फतेह करने के लिये रोहित का चयन किया गया है।
टिहरी जिले के पौखाल मगरौ गांव निवासी पर्वतारोही रोहित भट्ट के पिता जगदंबा प्रसाद ने बातचीत करते हुये बताया कि उनके बेटे ने बीते रोज रविवार को उन्हें फोन कर किलिमंजारो चोटी फतेह करने की सूचना दी है। बताया कि 23 जनवरी को रोहित मुंबई से तंजानिया के लिए रवाना हुये। 25 जनवरी की सुबह रोहित ने किलिमंजारो के लिये चढ़ाई शुरू की और 28 जनवरी की सुबह छह बजे रोहित ने तिरंगा फहराकर इस चोटी को फतह किया।
जगदंबा भट्ट ने बताया कि उनका पुत्र अगले सप्ताह तक स्वदेश वापस लौटेगा। बताया कि वहां पर पैसों की किल्लत भी हो गई थी। अफ्रीका में उनके रिश्तेदार और गांव के एक व्यक्ति ने रोहित को डाॅलर उपलब्ध कराकर उनकी मदद की है। बताया कि पुत्र के अभियान के लिये उन्होंने पौखाल एसबीआई से 9 लाख रूपये का लोन भी लिया है। उन्हें सरकार से मदद की आस है। वहीं रोहित को राजस्थान पुलिस के एसआई सोहन तनवर ने भी मदद की, साथ ही गांव के लोगों और रिश्तेदारों ने भी आर्थिक मदद की है।
रोहित के पिता जगदंबा भट्ट ने बताया कि नेपाल सरकार की ओर से रोहित का चयन एवरेस्ट फतेह के लिये किया गया है, उन्हें विश्वास है कि वह एवरेस्ट की चोटी फतेह कर देश और प्रदेश का नाम रौशन करेगा। कहा कि परिवार की आर्थिक स्थित अच्छी नहीं होने के कारण रोहित को पर्वतारोहण में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है, सरकार या अन्य लोगों की ओर से उन्हें आर्थिक मद्द मिले तो पर्वतारोहण के क्षेत्र में रोहित नए आयाम स्थापित करेगा।
रोहित ने फहराया 361 फिट का तिरंगा
रोहित ने किलिमंजारो की चोटी पर 361 फिट का तिरंगा फहराया। साथ ही उत्तरकाशी के द्रोपदी डांडा हादसे में मारे गये अपने साथियों के फोटो लगे बैनर को भी किलिमंजारो की चोटी पर फहराकर उन्हें श्रद्वाजंलि दी। मगरौ के ग्राम प्रधान राम प्रकाश राणा ने रोहित के लिये केंद्र और प्रदेश सरकार से आर्थिक मदद की मांग की है।
उत्तरकाशी के द्रोपदी डांडा में एवलांच में चार साथियों को सकुशल बचाया
रोहित 4 अक्टूबर 2022 को उत्तरकाशी के द्रोपदी डांडा में एवलांच में फंस गये थे। जिनमें एनआईएम के उनके 29 साथी शहीद हो गए थे। रोहित ने अदम्य साहस का परिचय देते हुये 4 साथियों को सकुशल बचाया जबकि चार शवों को भी रेस्क्यू किया।