टिहरी। दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने टिहरी में तैनात रहे तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी शेर सिंह तोमर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तोमर पर बिना सत्यापन के ही छात्रवृत्ति रिपोर्ट तैयार करने का आरोप है। वह 2017 में विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
समाज कल्याण विभाग की ओर से उच्च और तकनीकी शिक्षा के लिए एससी-एसटी और ओबीसी के छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है। वर्ष 2014 से 2017 के बीच नरेंद्रनगर ब्लाक के आमपाटा स्थित एएफसीआई होटल मैनेजमेंट संस्थान के 40 से 50 छात्रों का चयन दशमोत्तर छात्रवृत्ति के लिए किया गया था, लेकिन अधिकांश छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई थी।
बिना सत्यापन के ही रिपोर्ट दे दी थी
तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी शेर सिंह तोमर ने बिना सत्यापन के ही रिपोर्ट दी थी कि छात्रों को छात्रवृत्ति मिल गई है। आरोपी सहायक समाज कल्याण अधिकारी 2014 से 2017 तक टिहरी में कार्यरत थे।
बृहस्पतिवार को एसआईटी के एसआई शिव मोहन शाह ने तोमर को कालसी तहसील के अंतर्गत ग्राम बिसोई स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को सीजेएम कोर्ट में पेशी के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।