टिहरी। पूर्व कांग्रेस सरकार में काबीना मंत्री रहे और वर्तमान में उत्तराखंड जनएकता पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै ने उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर कहा कि उत्तराखंड को आज 20 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। लेकिन इन 20 वर्षों में उत्तराखंड का जितना विकास होना चाहिए था उतना नहीं हो पाया।
उन्होनें कहा कि उत्तराखंड की जो मूल भावना जो राज्य की प्राप्ती को लेकर थी उसकी पूर्ती अभी तक नहीं हो पाई है। जिन भावनाओं को लेकर उत्तराखंड राज्य की लड़ाई लड़ी गई वो आज भी अधूरी है, क्योंकि उत्तराखंड में सबसे ज्यादा दिखने वाली बेरोजगारी और उत्तराखंड का विकास किसी और के कंधों में नहीं बल्कि उत्तराखंड की जो आने वाली पीड़ी है जो नौजवान हैं उनके कंधों पर ही है। उन्होंने कहा कि एक सोच के तहत उत्तराखंड का विकास किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक उत्तराखंड की बोली और भाषा को एक मान्यता के रूप में केंद्र सरकार नहीं देती तबतक इस प्रदेश की जो कल्पना की है वो कल्पना साकार नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि जो उत्तराखंड के नौजवान हैं वे कांग्रेस या बीजेपी के ना होकर उत्तराखंड के बनके रहें साथ ही यहां की भाषा, स्थानीय उत्पाद और स्थानीय सोच को जबतक बड़ावा नहीं मिलता तबतक उत्तराखंड के विकास के सपनें पूरे नहीं हो सकते। उन्होंने उत्तराखंड के विकास कि लिए सबका सहयोग मिलने की बात कही और उत्तराखंड जन एकता पार्टी के सदस्य बनने की अपील करते हुए उत्तराखंड के विकास में अपनी भागीदारी देने को प्रेरित किय। उन्होनें सम्सत प्रदेश वासियों को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की हर्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी और प्रदेश के विकास के लिए मिलकर काम करने और उत्तराखंड को आगे बढ़ाने को कहा।