रुद्रपुर। पांच साल की जद्दोजहद के बाद नगर निगम को फाजलपुर महरौला में प्रोसेसिंग प्लांट बनाने के लिए जमीन पर कब्जा मिलने के चार महीने बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। वहीं परिसीमन के साथ रुद्रपुर शहर का विस्तार होने के बाद कूड़े की मात्रा भी बढ़ चुकी है। ट्रंचिंग ग्राउंड में जगह शेष न रहने के कारण अब सटे हुए हाईवे पर कचरा फेंका जा रहा है।
हाईकोर्ट से केस जीतने के बाद बीती चार जुलाई को नगर निगम व राजस्व विभाग की टीम ने फाजलपुर महरौला में कूड़ा निस्तारण के प्लांट के प्रस्तावित वर्ग चार की 11 एकड़ भूमि पर कब्जा लिया था। लेकिन अब तक वहां प्रस्तावित प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है जबकि नगर निगम इस जमीन के लिए मार्च 2017 में राजकीय कोष में तीन करोड़, 68 लाख, 15 हजार रुपये की धनराशि राजकीय कोष में जमा करवा चुका है।
वर्तमान में प्रतिदिन औसतन 100 मीट्रिक टन कूड़ा निकल रहा है। कूड़े का पहाड़ बन चुके ट्रंचिंग ग्राउंड में अब और कूड़े के लिए जगह नहीं बची है। इस कारण ट्रंचिंग ग्राउंड से सटे हाईवे पर कूड़ गिर रहा है। इसके साथ ही धधकते हुए ट्रंचिंग ग्राउंड से उठ रही खतरनाक गैसों से प्रदषूण बढ़ रहा है। इस संबंध में नगर आयुक्त जयभारत सिंह कहते हैं कि 10 दिन के भीतर प्रस्तावित प्रोसेसिंग प्लांट को लेकर शासन स्तर से निर्णय लिए जाने की संभावना है।