गदरपुर के महतोष मोड़ निवासी 2 युवक महाराष्ट्र के मुम्बई में रहते थे। वो वहां ऑटो चलाते थे। तीन मई को दोनों अपने ऑटो से घर को निकले थे। 7 मई की सुबह दोनों ऊधमसिंह नगर बॉर्डर पर पहुंचे तो पुलिस ने उनके मुम्बई से आने की जानकारी पर उन्हें पंतनगर विवि में बने क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया। उसी दिन उन्हें जिला अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड भेज दिया गया था। यहां से उनके सैम्पल जांच को भेजे गये। लेकिन 8 मई को अस्पताल से दोनों को सामान्य बताकर घर भेज दिया गया।
रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर) : ऊधमसिंह नगर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी आपराधिक लापरवाही सामने आयी है। यहां अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 2 कोरोना पॉजिटिव को उनके घर भेज दिया गया। हालांकि, बाद में हरकत में आये अफसरों ने दोनों को वापस अस्पताल पहुंचाया। सवाल यह कि ऐसे में कैसे कोरोना के खिलाफ जंग जीती जायेंगी।
मामला बिगड़ के बाद डीएम ने कोविड 19 के जिला नोडल अधिकारी से जवाब तलब किया है, जांच के भी आदेश दिए गए हैं। उधर, मामले को दबाने की कोशिश के बीच एक कोरोना पॉजिटिव के भाई के वायरल वीडियो ने भी मुश्किल बढ़ा दी है
गदरपुर के महतोष मोड़ निवासी 2 युवक महाराष्ट्र के मुम्बई में रहते थे। वो वहां ऑटो चलाते थे। तीन मई को दोनों अपने ऑटो से घर को निकले थे। 7 मई की सुबह दोनों ऊधमसिंह नगर बॉर्डर पर पहुंचे तो पुलिस ने उनके मुम्बई से आने की जानकारी पर उन्हें पंतनगर विवि में बने क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया। उसी दिन उन्हें जिला अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड भेज दिया गया था। यहां से उनके सैम्पल जांच को भेजे गये। लेकिन 8 मई को अस्पताल से दोनों को सामान्य बताकर घर भेज दिया गया।
इधर 9 मई को दोनों की रिपोर्ट आयी, जिसमें उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। इससे स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गयी। आनन फानन में टीम भेजकर दोनों युवकों को उनके घरों से वापस आइसोलेशन वार्ड में लाया गया। इसके अलावा उनके 6 परिजनों को भी आइसोलेट कर दिया गया।
मामले की जानकारी मिलने पर डीएम डॉ नीरज खैरवाल ने कोविड 19 जिला नोडल अधिकारी बंशीधर तिवारी से जवाब तलब किया है। लापरवाही किस स्तर से हुई, इसकी भी जांच की जाएगी। डीएम ने कहा है कि लापरवाही करने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी।
वायरल वीडियो से हडकंप
उधर, एक कोरोना पॉजिटिव के भाई का वीडियो भी वायरल होने से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ गई है। युवक का यह वीडियो शनिवार का है, जब उसे और उसके परिजनों को अस्पताल ले जाया जा रहा था। वीडियो में युवक दावा कर रहा है कि उसके भाई और मामा को अस्पताल के डॉक्टरों ने ही घर भेज दिया था। वह गलत जानकारी देने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई की भी मांग करता दिख रहा है।
तो तीसरा कहाँ गया?
वायरल वीडियो में युवक अपने भाई और 2 मामाओं के महाराष्ट्र से लौटने की बात कह रहा है, जबकि शनिवार को दो ही लोगों की जानकारी प्रशासन की ओर से दी गई थी। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि तीसरा शख्स कहाँ है?