ऊधमसिंह नगर । कानून के दायरे में फंसे बच्चों को भी अब बेहतर माहौल मिल सकेगा। इसके लिए उत्तराखंड पुलिस विशेष प्रयास कर रही है। ऊधमसिंह नगर के काशीपुर या रुद्रपुर कोतवाली में से किसी एक स्थान पर जल्द बाल मित्र थाना खोला जाएगा। ताकि बाल अपराधों पर अंकुश लगाने के साथ ही बच्चों को भयमुक्त वातावरण दिया जा सके। महकमे ने इस बाबत तैयारियां शुरू कर दी हैं।
अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने की प्रक्रिया के तहत कई मामलों में कानून के दायरे में बच्चे भी फंस जाते हैं। इनमें वारदात में शामिल बच्चों के साथ ही लावारिस या गुमशुदा बच्चे होते हैं। ऐसे में उन्हें भी कोतवाली या फिर चैकी में रखना पुलिस की मजबूरी हो जाती है। इसके कारण उनकी मनोदशा पर बुरा असर पड़ता है। इसे देखते हुए राज्य के सभी जिलों में बाल मित्र थाने खोले जाने की कवायद शुरू हुई है। देहरादून के डालनवाला में ऐसा थाना खुल चुका है। अब ऊधमसिंह नगर में भी पुलिस महकमे ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। काशीपुर व रुद्रपुर में से किसी एक स्थान पर निर्णय होना बाकी है। निर्णय होते ही कुछ सप्ताह में बाल मित्र थाना खुल जाएगा।
एसपी सिटी ममता बोहरा ने बताया कि देहरादून के डालनवाला थाने में बाल मित्र थाना खोला गया है। अब राज्य के अन्य जिलों में भी बाल मित्र थाने खोले जा रहे हैं। इसके लिए रुद्रपुर व काशीपुर में से किसी एक कोतवाली में चयन किया जाना है। इस बाबत निर्णय जल्द लिया जाएगा।
वर्दी में नहीं रहेंगे पुलिसकर्मी
बाल मित्र थाने में उप निरीक्षक रैंक के बाल कल्याण पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे। इसके अलावा पुलिस कर्मियों की भी ड्यूटी लगेगी, जो वर्दी में नहीं रहेंगे। जरूरत पडने पर आयोग, वन स्टॉप सेंटर और अस्पतालों के काउंसलर बच्चों की काउंसलिंग भी करेंगे। बाल मित्र थाने की मानीटरिंग सीओ स्तर पर होगी।
मिलेंगी रोचक जानकारी
बाल साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें कविताएं, कामिक्स, कहानी की पुस्तकें रहेंगी। कक्ष की दीवारों पर बच्चों के मनोरंजन के लिए डारिमोन, छोटा भीम, मोगली समेत कई कार्टून बनाए जाएंगे।
ऐसा होगा माहौल
-बच्चों के रहने के लिए बेड की व्यवस्था की जाएगी। जरूरत पडने पर उनके माता-पिता भी रह सकेंगे।
– खेलने के लिए खिलौने, टीवी और म्यूजिक सिस्टम रहेगा।
– जानकारी देने वाले होर्डिंग्स लगाए जाएंगे। कुर्सी, मेज, वाटर कूलर और अलमारी रहेगी।
– कैदियों के संपर्क से दूर रखा जाएगा।