काशीपुर में हुए फायरिंग केस में मृतका गुरजीत के पति व जसपुर के ज्येष्ठ उप ब्लाक प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर लोगों से पूरे मामले में सहयोग की अपील भी की है।
ये हुआ था 12 अक्तूबर की शाम
मृतका के पति गुरताज का कहना है कि 12 अक्तूबर की शाम करीब साढ़े छह बजे उनके घर दो गाड़ियों से 10-12 लोग पहुंचे। उनमें से कई व्यक्तियों के मुंह से शराब की बदबू आ रही थी। आते ही गालियां देते हुए बोले कि वे ठाकुरद्वारा पुलिस के लोग हैं। उन्हें एक आदमी की तलाश है। इस पर उसने कहा कि अगर आप लोग पुलिस कर्मी हो तो हमारे कुंडा थाने की पुलिस को बुला लो और तलाशी ले लो। गुरताज का कहना है कि ज्येष्ठ उपप्रमुख के रूप में परिचय देने के बावजूद गालीगलौज करते हुए लोग कमरों में घुस गए और अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इसमें से एक गोली उनकी पत्नी गुरजीत कौर को लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।
ऐसे शुरू हुई रार
एसडीएम ठाकुरद्वारा परमानंद सिंह और खनन इंस्पेक्टर अशोक कुमार की टीम ने बीती 13 सितंबर को काशीपुर-ठाकुरद्वारा रोड पर तिकोनिया के पास चेकिंग के दौरान उपखनिज लदे पांच डंपर टीम ने पकड़े थे। खनन माफियाओं ने एसडीएम और खनन इंस्पेक्टर पर हमलाकर चार डंपर छुड़ा लिए थे। खनन इंस्पेक्टर की तहरीर पर पांच नामजद समेत 150 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में अवैध खनन सिंडिकेट के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। डीआईजी मुरादाबाद शलभ माथुर ने जांच के दौरान प्रकाश में आए 19 आरोपियों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। इनमें से चार इनामी पूर्व में पकड़े जा चुके हैं। यूपी पुलिस का कहना है कि मुरादाबाद पुलिस 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश को पकड़ने आई थी।
यूपी पुलिस का ये है कहना
12 अक्तूबर की शाम पांच बजे खनन माफिया जफर के कमालपुरी चौराहे के पास चौपहिया वाहन से आने की सूचना पर ठाकुरद्वारा थाना पुलिस और एसओजी टीम ने घेराबंदी की। शाम करीब पौने छह बजे जफर सफेद रंग की कार से सूरजननगर की ओर से निकला। जब पुलिस ने उसे वहां रोकने का प्रयास किया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया। क्रॉस फायरिंग में एक महिला की मौत हो गई है। इसमें उनके तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए।