ऊधमसिंहनगर जिले के किच्छा में युवती की नहाते वीडियो बनाने वाले आरोपित की गिरफ्तारी न किए जाने पर माहौल गर्म हो गया। गुस्साए लोगों ने कोतवाली का घेराव कर जमकर हंगामा कर दिया। पुलिस ने न्यायालय से स्टे का हवाला भी दिया, पर गुस्साए लोग किसी की सुनने को तैयार नहीं हुए। इस दौरान पुलिस कर्मियों से तीखी नोंक झोंक भी हुई।
24 मई को घर मे फर्नीचर का काम करने गए आरिफ मलिक ने मौका पाकर बाथरूम में नहा रही युवती का रोशन दान से वीडियो बना लिया था। युवती की नजर पड़ी तो उसने शामर मचा दिया। जिस पर युवक को पकड़ उसका मोबाइल छीना गया तो उसमें वीडियो भी मिल गया। उसके बाद आरिफ के परिवार के साथ अन्य लोगों ने युवती के घर पर पथराव कर आरिफ को छुड़ा लिया था। जिसके बाद दिनभर मामले को निपटाने का प्रयास चलता रहा। पर युवती पक्ष के लोग समझौते के लिए तैयार न हुए।
जिसके बाद पुलिस ने आरिफ मलिक, आरिफ के जीजा, बहन नाजिया और पांच अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। एक सप्ताह बाद भी आरोपितों को गिरफ्तारी न किए जाने और उनको न्यायालय से राहत का मौका दिए जाने से गुस्साए लोगों ने मंगलवार दोपहर किच्छा में जुलूस निकाल कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारी जुलूस के रूप में कोतवाली पहुंच गए। इस दौरान वहां मौजूद एसएसआई शंकर सिंह रावत से उनकी तीखी नोकझोंक हो गयी। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने पुलिस को जम कर खरी खोटी सुनाई। प्रदर्शनकारी गिरफ्तारी से कम पर किसी सूरत पर मानने को तैयार नहीं हुए। पुलिस के जवाब से गुस्साए लोग कोतवाली में ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने पुलिस पर आरोपितों को न्यायालय जाकर स्टे दिलाने का आरोप लगाया। पुलिस के खिलाफ प्रदर्शनकारी कोतवाली में पर डटे रहे।