रुद्रपुर : दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने 156 सरकारी, अर्द्धसरकारी और निजी शैक्षिक संस्थानों में अनियमितता न मिलने पर क्लीन चिट दी है। जबकि 46 कालेजों की जांच जारी है। जिसकी जांच एक सप्ताह में करने के निर्देश संबंधित विवेचकों को दिए गए हैं। माना जा रहा है कि शेष कालेजों में अनियमितता मिलने पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी।
वर्ष, 2011-12 के एससी, एसटी और ओबीसी के दशमोत्तर छात्रवृत्ति में अनियमितता मिलने पर यूएस नगर में भी एसआइटी जांच शुरू की थी। पहले चरण की जांच पूरी होने के बाद एसआइटी ने दूसरे चरण में जिले के 202 सरकारी, अर्द्धसरकारी और निजी शैक्षिक संस्थानों की जांच शुरू की थी।
जांच के दौरान 156 शैक्षिक संस्थानों में एसआइटी को किसी प्रकार की अनियमितता नहीं मिली। जिसके बाद एसआइटी ने जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, रुद्रपुर, किच्छा, सितारगंज, नानकमत्ता और खटीमा के 156 कालेजों को क्लीन चिट दे दिया है।
एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि शेष 46 शैक्षिक संस्थानों की जांच 10 उप निरीक्षकों को सौंपी गई थी, उन्हें एक सप्ताह के भीतर जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। बताया कि जांच के दौरान जिन शैक्षिक संस्थानों के विरुद्ध एसआइटी को अनियमितता के साक्ष्य मिलेंगे, उन पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
अभियोजन के लिए शासन से किया पत्राचार
एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि दशमोत्तर छात्रवृत्ति में मिली अनियमितता के बाद 60 केस दर्ज किए गए थे। इसमें से 53 में चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर दी गई है। जबकि सात केसों में चार्जशीट की तैयारी की जा रही है।
इसके लिए शासन से पत्राचार कर मुकदमों में नामजद जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध अभियाजन अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही शेष सात केसों में भी चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।