रुद्रपुर। डीएम से नाराज किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने वजिला प्रभारी मंत्री की बैठक का बहिष्कार किया। मंत्री के समझाने पर भी वह नहीं माने। उन्होंने डीएम पर याददाश्त कमजोर शब्द कहने का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे उनका अपमान हुआ है। शहरी विकास मंत्री व जिला प्रभारी मंत्री मदन कौशिक ने शुक्रवार को अपराह्न करीब ढाई बजे कलक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन व डीडीए की समीक्षा कर रहे थे। इस बीच करीब तीन बजे किच्छा विधायक राजेश शुक्ला भी पहुंच गए।
शुक्ला ने जिलाधिकारी से खनन टैक्स से उनके क्षेत्र में हुए कार्यों का हिसाब मांगा तो डीएम नीरज खैरवाल ने उनकी याददाश्त कमजोर होना बताया। इससे वह नाराज हो गए और गुस्से में यह कहते हुए बैठक का बहिष्कार किया कि संतोषजनक जवाब देने के बजाय डीएम उनकी खिल्ली उड़ा रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिलाधिकारी का रवैया अपमानजनक है। अफसर विधायकों को कोई तवज्जों नहीं दे रहे हैं।
विधायक ने सवाल करते हुए कहा कि खनन टैक्स के रूप में जो मद इकट्ठा हो रहा है उससे खनन क्षेत्र की डंपरों से खराब ग्रामीण सड़कों पर कितना पैसा खर्च हुआ। आपदा मद में किच्छा क्षेत्र में कहां-कहां पैसा खर्च हुआ। कोरोना की टेस्टिंग की रिपोर्ट आने में काफी देरी हो रही है। कहा कि जिलाधिकारी हमेशा विधायकों को अपमानित करते हैं। उनका रवैया जनप्रतिनिधियों के लिए ठीक नहीं है। जनता का पैसा है। डीएम इसके मालिक नहीं है।
आपदा, खनन व विकास प्राधिकरण से एकत्र हुआ धन विधायकों के क्षेत्र में उनके प्रस्ताव पर खर्च होना चाहिए। कहा कि पिछले वर्ष डेंगू से कई लोगों की मौत हुई, मगर साल भर में प्लेटलेट सेपरेट करने वाली मशीन जिला अस्पताल में नहीं लग पाई। जब महिला की मौत पर धरना दिया। तब प्लेटलेट सेपरेट मशीन लगी। मंत्री के समझाने पर भी वह बैठक से चले गए।
डॉक्टर नीरज खैरवाल, डीएम, यूएस नगर ने बताया कि विधायक को याददाश्त कमजोर होने की बात नहीं कही है। यह कहते हुए विकास कार्यों को गिना रहे थे कि शायद विधायक जी को ध्यान न हो। किच्छा सहित जिले के सभी क्षेत्रों में काफी विकास कार्य हुए हैं।