उधम सिंह नगर में पुलिस को उस वक्त भारी पड़ा जिस वक्त दिल्ली जाने वाले किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने बाजपुर के यूपी – उत्तराखंड बॉर्डर को पूरी तरहं रोकने की कोशिश की लेकिन किसानों के हुज्जम ने सभी बेरिकेटिंग तोड़ते हुए उत्तरप्रदेश में जा पहुंचे। किसानों के हंगामे ने बेरिकेटिंग के लिए लगाई ट्राली ओर सीमेंट के बने डिवाइडर रैली में शामिल ट्रैक्टरों से तोड़ फोड़ करते हुए सभी को हटा दिया ओर पुलिस के साथ धक्का मुक्की करते हुए दिल्ली को रवाना हो गए।
बता दें कि किसानों ने कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में चल रहे आंदोलन को बल देने के लिए हजारों की संख्या में किसान दिल्ली सिख गुरद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के सदस्य मनजिंदर सिंह सिरसा और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा के नेतृत्व में दोराहा रोड स्थित एक मैरिज पैलेस में एकत्र हुए। जिसके बाद किसान विशाल जुलूस निकालते हुए दोराहा बॉर्डर पर पहुंचे जहां किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद था। किसानों ने पुलिस से दिल्ली जाने देने का निवेदन किया लेकिन पुलिस ने किसानों की एक न सुनी। जिसके बाद आक्रोशित किसानो ने ट्रैक्टर से पुलिस प्रशासन द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग को तोड़कर नष्ट कर दिया। जिसके बाद किसान पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए दिल्ली रवाना हुए। किसानों के आक्रोश के सामने पुलिस बोनी नजर आई। वही किसानों द्वारा की गई तोड़फोड़ के दौरान कई पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आई हैं।किसानो का कहना है कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन करना चाहता है जिसके लिए सर्वोच्च न्यायालय ने भी किसानों को अनुमति दी है लेकिन पुलिस प्रशासन सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करते हुए किसानों को जबरन दिल्ली ना जाने देने की बात कर रहा है।
वही भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा ने कहा कि किसान हर हालत में दिल्ली पहुंच कर रहेंगे चाहे किसानों को पुलिस की लाठियों का भी सामना क्यों ना करना पड़े। वही एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी करवाई है जिसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।