रुद्रपुर : एक ही परिवार के चार लोगों के हत्यारे बेहद शातिर हैं। उन्होंने हत्या को लूट का रूप देने के लिए घर और ज्वेलरी शाप से सोने और चांदी के जेवरात उड़ा लिए। जबकि नकली जेवरात दुकान में ही थे। दुकान और घर में सामान भी बिखरा हुआ था।
अंकित अपनी मां आशा देवी के साथ रहता था। पिता शिव शंकर बड़े पुत्र आदेश के साथ रहते थे। अंकित अभी अविवाहित था और घर में ही उसने ज्वेलरी शाप खोली थी। एक माह पहले आई अंकित की नानी छन्नो देवी और ममेरा भाई उदित भी उनके साथ ही रह रहे थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक वारदात के दौरान हत्यारोपितों ने ध्यान भटकाने के लिए इसे लूट का रूप भी देने का प्रयास किया। इसकी पुष्टि अंकित के घर और ज्वेलरी शाप में बिखरा हुए सामान से हो रही है। हालांकि पुलिस हर दृष्टि से जांच कर रही है।
छह थानों की पुलिस के साथ एसटीएफ भी जांच में जुटी
पुलिस और एसओजी की टीम हत्यारोपितों तक पहुंचने में जुट गई है। इसके लिए नानकमत्ता पुलिस टीम के साथ ही खटीमा, सितारगंज, पुलभट्टा, किच्छा, रुद्रपुर और आइटीआइ थाना पुलिस के तेज तर्रार पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को लगाया गया है। वहीं रात में एसटीएफ की सीओ पूर्णिमा गर्ग और इंस्पेक्टर महेंद्र प्रताप सिंह भी टीम के साथ रात में नानकमत्ता पहुंचे हैं।
दो ग्राम प्रधान हिरासत में, व्यापार मंडल ने किया विरोध
जांच में जुटी पुलिस ने नानकमत्ता क्षेत्र से दो ग्राम प्रधानों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए जाने का पता चलते ही स्थानीय व्यापारियों ने विरोध दर्ज कराते हुए उन्हें बेवजह फंसाए जाने का तर्क दिया। साथ ही 24 घंटे में पर्दाफाश न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।